धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान गणेश और माता चौथ की पूजा का विशेष महत्व होता है। इस व्रत को करने से संतान की लंबी आयु, सुख-समृद्धि, और परिवार में खुशहाली बनी रहती है। सकट चौथ के दिन व्रती निर्जल रहकर पूजा-अर्चना करते हैं और रात्रि में चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद व्रत तोड़ते हैं।
सकट चौथ पूजा का महत्व (Importance of Sakat Chauth Puja)
सकट चौथ का व्रत मुख्य रूप से महिलाएं अपनी संतान की रक्षा और परिवार की खुशहाली के लिए करती हैं। भगवान गणेश, जिन्हें विघ्नहर्ता और शुभकर्ता कहा जाता है, उनकी पूजा से हर बाधा दूर होती है। वहीं, माता चौथ को सौभाग्य और समृद्धि की देवी माना जाता है। Sakat Chauth Vrat Katha 2025: सकट चौथ की यह कथा पढ़े बिना व्रत होता नहीं पूरा, कथा से जानें व्रत का महात्म्य सकट चौथ पूजा विधि (Sakat Chauth Puja Method)
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनें।
पूजा स्थल को साफ करके गंगाजल छिड़कें।
गणेश जी और माता चौथ की मूर्ति को स्थापित करें।
उनके सामने धूप, दीप, चंदन, रोली, और लाल फूल चढ़ाएं।
भगवान गणेश को दुर्वा, मोदक और तिल-गुड़ के लड्डू अर्पित करें।
चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत तोड़े।
सकट चौथ के उपाय (Remedies for Sakat Chauth)
तिल का दान: इस दिन तिल का दान करने से पापों का नाश होता है और शुभ फल प्राप्त होते हैं। दुर्वा चढ़ाना: भगवान गणेश को दुर्वा चढ़ाने से जीवन की बाधाएं दूर होती हैं। चंद्रमा को अर्घ्य: रात्रि में चंद्रमा को दूध, जल और तिल मिलाकर अर्घ्य देना अत्यंत शुभ माना जाता है। मंत्र जाप: ॐ गं गणपतये नमः मंत्र का जाप करें। इससे मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।
गरीबों को भोजन: व्रत के समापन पर गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन और कपड़े दान करें।
माता चौथ और गणेश जी का मिलता है आशीर्वाद (Get blessings of Mata Chauth and Ganesh ji)
Sakat Chauth 2025 Upay:सकट चौथ का व्रत भगवान गणेश और माता चौथ की कृपा प्राप्त करने का उत्तम अवसर है। यह व्रत न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि परिवार के सुख-शांति और समृद्धि के लिए भी आवश्यक है। श्रद्धा और भक्ति के साथ इस व्रत को करें और जीवन में सकारात्मक बदलाव देखें। डिस्क्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारियां पूर्णतया सत्य हैं या सटीक हैं, इसका www.patrika.com दावा नहीं करता है। इन्हें अपनाने या इसको लेकर किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले इस क्षेत्र के किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।