रातभर पुलिस थाने में दोनों परिवहन निरीक्षकों से पूछताछ की गई। पुलिस ने दोनों अधिकारियों की जांच की तो उनके पास कोई अवैध राशि नहीं मिली। इसके बाद आज सुबह करीब 7 बजे पुलिस ने दोनों परिवहन निरीक्षकों को थाने से रिहा कर दिया। इस घटना के बाद अब पुलिस और परिवहन विभाग के बीच आपसी तकरार देखने को मिल रही है। परिवहन विभाग इस कार्रवाई को अवैध और बिना कारण बताए की गई कार्रवाई बता रहा है, जबकि पुलिस का कहना है कि यह पूरी घटना एक नियमित जांच का हिस्सा थी। मामला इतना बढ़ गया कि अब यह पुलिस मुख्यालय तक पहुंच गया है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए भारतपुर रेंज के आईजी ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उनके निर्देश पर भरतपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जांच के लिए आज धौलपुर जाएंगे। एडिशनल एसपी इस पूरे मामले की विस्तृत जांच करेंगे और फिर अपनी रिपोर्ट आईजी भरतपुर को सौंपेंगे। वहीं इस घटना के बाद धौलपुर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। पुलिस मुख्यालय भी इस पूरी कार्रवाई से नाराज नजर आ रहा है। अगर जांच में किसी पुलिस अधिकारी या कर्मचारी की गलती पाई जाती है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सकती है।
इसके अलावा परिवहन मुख्यालय भी इस मामले को गंभीरता से ले रहा है। जानकारी के अनुसार परिवहन विभाग की ओर से भी इस मामले की जांच कराई जाएगी। जिसके लिए धौलपुर जांच के लिए टीम भेजी जाएगी।