dholpur. सैंपऊ उपखंड कौलारी थाना क्षेत्र के गांव पीपरी पुरा में मंगलवार को विद्युत खंभा गाडऩे के दौरान पास की विद्युत लाइन की चपेट में आने से दो श्रमिकों की मौत हो गई। मृतक चाचा-भर्तीजे थे। अचानक हुई घटना से इलाके में हडक़ंप मच गया। पुलिस ने मृतक लखन सिंह (28) और भतीजे रमन (20) को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। उधर, मृतकों के परिजनों ने बिना शट डाउन लिए कार्य कराने का संवेदक पर आरोप लगाया है। विद्युत निगम के एईएन का कहना है कि संवेदक की ओर से कार्य से पहले किसी तरह का कोई शट डाउन नहीं लिया। यह सीधे तौर पर लापरवाही बरतने का मामला है। मामले की जांच कर कार्रवाई की जएगी। वहीं, घटना से ग्रामीणोंं में खासा आक्रोश है। नया पोल कृषि कनेक्शन के लिए गाड़ा जा रहा था। वहीं, देर शाम7 बजे तक घटनाक्रम में रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई थी। पुलिस का कहना है कि पास के पोल पर एक डीपी के विद्युत तार में करंट प्रवाह था, कार्य के दौरान पोल छूने से करंट लगने से घटना होना प्रतीत हुई है। घटना के समय बारिश होना भी बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार गांव पीपरी पुरा में एक कृषि कनेक्शन के लिए नया विद्युत पोल गाड़ा जा रहा था। कार्य विद्युत संवेदक लाल सिंह की ओर से कराया जा रहा था। मौके पर 20 वर्षीय रमन पुत्र भरत सिंह निवासी मोतीराम का पुरा और 28 वर्षीय लखन सिंह पुत्र रामेश्वर निवासी मोतीराम का पुरा कार्य कर रहे थे। कार्य के दौरान बरसात शुरू हो गई। पोल गाड़ते समय पास की विद्युत लाइन से पोल छूने करंट आ गया, जिससे दोनों चपेट में आ गए। करंट लगने से दोनों गिर पड़़े। हादसा देख श्रमिकों के परिजन उन्हें जिला अस्पताल धौलपुर ले गए। जहां चिकित्सक ने जांच के दोनों को मृत घोषित कर दिया। अचानक हुई घटना से परिवार में मातम छा गया। मृतकों के परिजन देवेंद्र कुमार ने बताया कि चाचा का लडक़ा लखन और भतीजा रमन सिंह दोनों संवदेक लाल सिंह के साथ विद्युत संबंधी कार्य कर रहे थे। आरोप है कि संवेदक ने कार्य से पहले कोई शट डाउन नहीं लिया। विद्युत लाइन की चपेट में आने से दोनों की मौत हो गई।
– दोनों व्यक्ति विद्युत खंभा गाड़ रहे थे। इसके बाद ही एक खंभे पर डीपी रखी थी, उसके तार में विद्युत प्रवाह थी। पोल गाड़़ते समय वह विद्युत तार से छू गया, जिससे दोनों की मौत हो गई। शवों को मोर्चरी में रखवाया। परिजनों ने अभी एफआइआर नहीं दी।
– हरेन्द्र सिंह, थाना प्रभारी कौलारी – .बिना सूचना के ठेकेदार की ओर से कार्य कराया जा रहा था। न ठेकेदार ने शटडाउन लिया, न किसी भी कर्मचारी को कोई सूचना दी। ठेकेदार ने मामले में लापरवाही बरती है, जो जांच का विषय है। जांच के बाद नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
– पुष्पेंद्र चौधरी, सहायक अभियंता विद्युत विभाग सैंपऊ