डूंगरपुर के सागवाड़ा में लंदन से पहुंचे फकीरा भागरिया के शव के पास विलाप करते परिजन। फोटो पत्रिका
Dungarpur News : डूंगरपुर शहर के गामठवाड़ा के फकीरा भागरिया की लंदन में मौत के करीब 66 दिन बाद शव भारत पहुंचा। शव के मोहल्ले में पहुंचते ही गमगीन माहौल हो गया। परिवार के साथ रिश्तेदार सहित कई लोग एकत्र हो गए। सामाजिक रीति रिवाज से मोक्ष धाम में अंतिम संस्कार गुरुवार को किया गया। गामठवाड़ा निवासी फकीरा (68 वर्ष) पुत्र सुखलाल ब्रिटेन के लंदन में 25 साल से एलिड रोड पर स्थित एक सनातन हिन्दू मंदिर में सेवा का काम करते थे। फकीरा भागरिया की 21 अप्रेल को अचानक तबियत खराब हो गई थी तथा उनकी मौत हो गई। शव को लंदन की ओर मोर्चरी में रखा गया।
फकीरा को लंदन की नागरिकता मिलने के केवल 9 दिन बाद ही उनकी मौत हो गई, लेकिन ओसीआर कार्ड जारी नहीं हो पाया था। जिससे भारतीय दूतावास ने एनओसी नहीं दी थी। फकीरा भागरिया के पुत्र भैयालाल एवं परिजनों ने शव को भारत लाने के कई प्रयास किए लेकिन शव को लंदन से भारत लाने के लिए परिवार के सारे प्रयास फैल हो गए।
हाईकोर्ट के आदेशों के बाद एयर एंबुलेंस से भारत आया शव
भैयालाल भागरिया के परिजनों ने केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, भारतीय दूतावास और केंद्र सरकार से फकीरा भागरिया के शव को भारत लाने की गुहार लगाई। परिजनों ने अधिवक्ता अजीतसिंह झांखरी के माध्यम से राजस्थान हाईकोर्ट में फकीरा भागरिया का शव भारत लाने के लिए आवेदन दिया।
हाईकोर्ट के अवकाशकालीन जज सुनील बेनीवाल ने फकीरा के शव को वापस भारत लाने के लिए एनओसी जारी करने के निर्देश दिए। कोर्ट के आदेशों के बाद बुधवार को फकीरा का शव एयर एंबुलेंस से भारत लाया गया। इसके बाद एंबुलेंस से शव सागवाड़ा के गामोठवाड़ा पहुंचा।
मोक्ष धाम पर हुआ अंतिम संस्कार
परिवार के लोग फकीरा के पार्थिव शव को देख बिलख-बिलखकर रोने लगे। शव के पहुंचने की सूचना पर बड़ी संख्या में रिश्तेदार और अन्य लोग भी एकत्र हो गए। दो माह बाद शव के पहुंचने से परिवार के लोगों ने सामाजिक रीति रिवाज के साथ बांसवाड़ा मार्ग पर स्थित मोक्ष धाम पर सुबह साढ़े दस बजे अंतिम संस्कार किया।