डूंगरपुर जिले के दो विद्यालयों का विलय
डूंगरपुर जिले के दो विद्यालयों को मर्ज किया है। इसमें राजकीय प्राथमिक विद्यालय ओखलीफला को निकट में ही प्रारम्भिक शिक्षा का अन्य विद्यालय होने एवं राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय करावाड़ा में कम नामांकन होने पर नजदीक के उच्च माध्यमिक विद्यालय में मर्ज किया है। वहीं, प्रदेश के कुल 41 जिलों में सबसे ज्यादा जोधपुर जिले के 20 विद्यालयों को मर्ज किया है। वहीं, दूसरी और बूंदी एक मात्र जिला है, जहां एक भी विद्यालय मर्ज नहीं हुआ है। हालांकि प्रदेशभर में हजारों की संख्या में ऐसे स्कूल है जहां नामांकन कम है। पर, प्रथम चरण में 260 स्कूलों मर्ज किया है।मर्ज स्कूलों के संसाधनों का होगा प्रभावी उपयोग
उमाविं में समाहित होने वाले प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्कूलों की सभी सामग्री यथा भूमि, भवन, खेल मैदान फर्नीचर, शैक्षणिक उपकरण, अस्थायी एवं स्थायी उपयोगी-अनुपयोगी सामग्री आदि उच्च माध्यमिक स्कूल में स्वत: मर्ज हो जाएगी। एकीकृत उच्च माध्यमिक स्कूलों के प्रधानाचार्य इन स्कूलों के शैक्षणिक व प्रशासनिक कार्यों के लिए पूर्ण रूप से अधिकृत एवं उत्तरदायी होंगे। मर्ज हुए स्कूलों के विद्यार्थी भी समाहित स्कूल के विद्यार्थी के साथ पढ़ाई करेंगे। वहीं, मर्ज होने वाले स्कूलों का नाम अगर किसी दानदाता, शहीद सैनिक, स्वतंत्रता सैनानी आदि नाम से है, तो उच्च माध्यमिक स्कूल के नामकरण के लिए विभाग द्वारा जारी आदेशानुसार कार्रवाई होगी।राजस्थान में शिक्षकों के स्थानांतरण पर नया अपडेट, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का आया बड़ा बयान
संभाग की स्थिति
जिला – मर्ज स्कूलों की संख्याउदयपुर – 07
राजसमन्द – 05
बांसवाड़ा – 04
सलूम्बर – 03
डूंगरपुर – 02
चितौड़गढ़ – 02
प्रतापगढ़ – 01
(पूरे प्रदेश का आंकड़ा 260 है।)
विभागीय प्रावधान अनुसार कार्रवाई करेंगे
मर्ज स्कूलों की सूची प्राप्त हुई है। विभागीय प्रावधान अनुसार कार्रवाई करेंगे।हेमंत पण्ड्या, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक