बीटेक और रेगलुर बीएससी दोनों कोर्स का बेहतर विकल्प
आईआईटी दिल्ली के रसायन विज्ञान विभाग के प्रमुख प्रोफेसर एस नागेन्द्रन ने कहा कि अन्य साइंस डिग्री की तरह इस कोर्स का उद्देश्य है केमिस्ट्री के बार में छात्रों को गहराई से जानकारी देना। साथ ही उन्हें केमिस्ट्री के विभिन्न टॉपिक्स के बारे में जानकारी देना जोकि बीटेक कोर्स में मुमिकन नहीं हो पाता है। बीटेक छात्रों डीप फाउंडेशन में कमजोर रह जाते हैं तो रेगुलर बीएससी वाले छात्र इंजीनियरिंग सिद्धांत से चूक जाते हैं। ये कोर्स इन दोनों ही गैप को भरने का काम करेगा। थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों पर फोकस
इस कार्यक्रम को मुख्य रूप से केमिस्ट्री आधारित उद्योगों, रिसर्च, शिक्षा और उद्यमिता में विविध भूमिका निभाने वाले प्रोफेशनल्स देने के लिए डिजाइन किया गया है। इस कोर्स में थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों ही पहलुओं पर जोर दिया जाएगा। साथ ही छात्रों में शोध की क्षमता और कौशल विकसित करना।
आईआईटी दिल्ली के इस कोर्स की विशेषता
वहीं प्रोग्राम कॉर्डिनेटर प्रोफेसर रवि पी सिंह ने कहा कि छात्र अपने पहले साल में फाउंडेशनल साइंस और इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम लेंगे, उसके बाद दूसरे वर्ष में केमिस्ट्री विषय चुनेंगे। फिर तीसरे और चौथे वर्ष में रिसर्च, प्रॉब्लम सॉल्विंग विषय आदि का विकल्प पेश किया जाएगा। - 30 प्रतिशत प्रैक्टिक ट्रेनिंग के साथ थ्योरी बेस्ड शिक्षा
- केमिस्ट्री में AI और मशीन लर्निंग (AI-ML) जैसे क्षेत्रों की शिक्षा दी जाएगी
- क्रॉस डिपार्टमेंटल विषय को चुनने की अनुमति और माइनर डिग्री का विकल्प
- प्रैक्टिकल और कंप्यूटर बेस्ड केमिस्ट्री साइंस की डिग्री
करियर ऑप्शन
आईआईटी दिल्ली की BS इन केमिस्ट्री कोर्स को करने के बाद कैंडिडेट्स के पास रसायन और कई फॉर्मास्यूटिकल्स कंपनी में काम करने का मौका होगा। ग्रेजुएट्स को फार्मास्यूटिकल्स, सेमीकंडक्टर, तेल एवं गैस, रक्षा, ऑटोमोटिव और रासायनिक परामर्श जैसे क्षेत्रों में करियर बनाने का अवसर मिलेगा।