लेकिन अगर आपको MBBS की सीट नहीं मिली है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। मेडिकल क्षेत्र में ऐसे कई करियर ऑप्शन मौजूद हैं जो न सिर्फ पेशेवर रूप से मजबूत हैं बल्कि आपको समाज में सम्मानजनक स्थान भी दिला सकते हैं।
MBBS के अलावा ये हैं टॉप मेडिकल करियर विकल्प
BSc नर्सिंग चार साल का यह डिग्री कोर्स उन छात्रों के लिए है जो मरीजों की सेवा करना चाहते हैं और अस्पतालों के माहौल में काम करने में रुचि रखते हैं। इसमें पैथोलॉजी, फर्स्ट एड, क्लिनिकल नर्सिंग और पब्लिक हेल्थ की ट्रेनिंग दी जाती है। BPT (बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी) फिजियोथेरेपी एक तेजी से उभरता हुआ करियर विकल्प है। यह 4.5 साल का कोर्स है जिसमें छात्रों को शरीर की मांसपेशियों, हड्डियों और मूवमेंट से जुड़ी समस्याओं के इलाज की जानकारी दी जाती है। स्पोर्ट्स, न्यूरोलॉजी और ऑर्थोपेडिक फील्ड में इसकी खास मांग है।
BPharma (बैचलर ऑफ फार्मेसी) यह कोर्स उन छात्रों के लिए है जो दवाइयों, मेडिकल रिसर्च और हेल्थकेयर इंडस्ट्री के तकनीकी पहलुओं में रुचि रखते हैं। फार्मा इंडस्ट्री में करियर बनाने का यह एक मजबूत आधार है।
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भारत में पांच विदेशी यूनिवर्सिटियों के कैंपस खोलने की तैयारी, 2026 से शुरू होंगे एडमिशन BSc बायोटेक्नोलॉजी/बायोमेडिकल साइंस रिसर्च और टेक्नोलॉजी में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए यह फील्ड बेहद आकर्षक है। इसमें जेनेटिक इंजीनियरिंग, वैक्सीन रिसर्च और मेडिकल डिवाइसेज से जुड़ी पढ़ाई होती है। विदेशों में भी इस क्षेत्र के लिए काफी मौके हैं।
BAMS (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी) अगर आपकी रुचि आयुर्वेद और पारंपरिक भारतीय चिकित्सा पद्धतियों में है, तो BAMS एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। यह कोर्स 5.5 साल का होता है जिसमें 1 साल की अनिवार्य इंटर्नशिप भी शामिल है।
एजुकेशन एक्सपर्ट्स का मानना है कि मेडिकल क्षेत्र में सफलता केवल MBBS तक सीमित नहीं है। आज की तारीख में हेल्थकेयर इंडस्ट्री में अलग-अलग रोल्स के लिए स्पेशलिस्ट्स की भारी डिमांड है। जरूरत है तो बस सही विकल्प को पहचानने और उसमें निरंतर मेहनत करने की।