Cyber Awareness : बैंक कभी डिटेल नहीं मांगता, अगर कोई मांगे तो भूलकर भी न दें
बढ़ते साइबर अपराध के बढ़ते मामले को देखते हुए पत्रिका लोगों को साइबर क्राइम से बचाने के लिए पत्रिका रक्षा कवच अभियान चला रही है, जिसके तहत शनिवार को जिला मुख्यालय के सरस्वती शिशु मंदिर में पुलिस विभाग के साथ मिलकर लोगों व स्कूली बच्चों के लिए जागरूकता अभियान चलाकर साइबर क्राइम से बचने के उपाए बताए।
Patrika Raksha Kavach Abhiyan : आधुनिक व डिजिटल युग में लोग साइबर ठगी के शिकार हो रहे हैं। जिले में आए दिन साइबर ठगी के मामले भी लगातार सामने आ रहे है। लोगों की जरा सी लापरवाही से उन्हें लाखों का नुकसान उठाना पड़ रहा है। कहा जाए कि इस डिजिटल युग में ऑनलाइन ठगी अपराध का सबसे आसान रास्ता बन गया है। बढ़ते साइबर अपराध के बढ़ते मामले को देखते हुए पत्रिका लोगों को साइबर क्राइम से बचाने के लिए पत्रिका रक्षा कवच अभियान चला रही है, जिसके तहत शनिवार को जिला मुख्यालय के सरस्वती शिशु मंदिर में पुलिस विभाग के साथ मिलकर लोगों व स्कूली बच्चों के लिए जागरूकता अभियान चलाकर साइबर क्राइम से बचने के उपाए बताए।
थाना प्रभारी रविशंकर पांडे ने विद्यार्थियों से कहा कि आज कल लगभग सभी मोबाइल का उपयोग करते हैं। मोबाइल का उपयोग भी सावधानी से करें। आपकी एक लापरवाही आपको खतरे में डाल सकती है। मोबाइल का उपयोग सही कार्यों में करें। साइबर ठगी से बचने के लिए जरूरी सावधानियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि कभी भी अननोन वीडियो कॉल न उठाएं। भूलकर भी ओटीपी शेयर न करें, किसी इनाम के लालच में न फंसें, फेसबुक, इंस्टाग्राम, वाट्स एप सहित अन्य सोशल साइट को ओपन न रखें। अपना एकाउंट प्राइवेट ही बनाकर रखें। इससे काफी हद तक मोबाइल हैकिंग सहित अन्य ऑनलाइन ठगी से बच सकते हैं। किसी भी तरह की साइबर ठगी या ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी होने पर तत्काल 1930 में कॉल कर शिकायत दर्ज कराएं। किसी परिजन के दुर्घटनाग्रस्त होने पर इलाज के लिए राशि की डिमांड करने पर पहले परिजनों से जानकारी ले लें।
सावधानी ही साइबर ठगी से बचने का उपाय, परिजनों को भी बताएं
थाना प्रभारी रविशंकर पांडे ने कहा कि साइबर ठग लालच भरी स्कीम भी देते हैं लेकिन लालच में नहीं आना है। कभी बैंक के अधिकारी बनकर पूरी डिटेल खाते का नंबर व ओटीपी नंबर मांगते हैं तो यह फर्जी है क्योंकि बैंक कभी किसी भी ग्राहक का बैंक डिटेल नहीं मांगती। साइबर ठगी से बचने का एक ही उपाय है वो सिर्फ जागरूकता। हम सबको जागरूक होना है और अन्य लोगों को जागरूक करना है।
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सड़क दुर्घटना का प्रमुख कारण तेज रफ्तार वाहन चलाना
वहीं पुलिस की टीम ने साइबर जागरूकता के साथ यातायात के नियम भी बताए। यातायात पुलिस विभाग के ट्रैफिक पुलिस चेतन साहू ने उपस्थित विद्यार्थियों को यातायात के नियम बताए। उन्होंने इस साल हुई दुर्घटनाओं के बारे में जानकारी दी और बताया कि इस साल जनवरी से दिसंबर तक 180 से ज्यादा लोगों की मौत सिर्फ सड़क दुर्घटनाओ में हुई है। मौत व सड़क दुर्घटना का कारण तेज रफ्तार वाहन चलाना तथा सिर में गंभीर चोट लगने के कारण ही हुई है। नाबालिग वाहन न चलाएं। बालिग होने पर नियम के तहत ही वाहन चलाएं।
सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य दीनदयाल साहू ने कहा कि पत्रिका व पुलिस विभाग द्वारा साइबर अपराध से लोगों को बचाने जो अभियान चलाया जा रहा है, वह काफी सराहनीय है। इस तरह के अभियान से लोग जगरूक होंगे और साइबर अपराध पर भी लगाम लगेगा। इस दौरान पुलिस विभाग से भुवन लाल ध्रुव, बीएल साहू सहित बड़ी संख्या में स्कूल के विद्यार्थी मौजूद रहे।