रेलवे सूत्रों के मुताबिक, हादसा कानपुर के खागा रेलवे स्टेशन से कुछ किलोमीटर पहले पांभीपुर के पास हुआ। टक्कर में दोनों लोको पायलटों को गंभीर चोटें आईं और उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। रेलवे अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और दुर्घटनास्थल पर फंसी हुई ट्रेनों को हटाने का कार्य शुरू कर दिया है।
इस हादसे के कारण डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर रेल यातायात प्रभावित हो गया है। कई मालगाड़ियों को रुकवाया गया है और कुछ के रूट में भी बदलाव किए गए हैं। रेलवे प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे से बचा जा सके।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह क्षेत्र मालगाड़ियों के लिए ही आरक्षित है और यात्री ट्रेनों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। अधिकारियों ने घायल लोको पायलटों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है और इस मामले में जल्द ही रिपोर्ट जारी करने की बात कही है।
रेलवे प्रशासन की जांच जारी
रेलवे प्रशासन ने इस हादसे की गंभीरता को देखते हुए उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। यह हादसा तब हुआ जब ट्रैक पर रेड सिग्नल था, और पहली मालगाड़ी उस पर खड़ी थी। रेलवे अधिकारियों का मानना है कि यह किसी तकनीकी गड़बड़ी या मानव त्रुटि का परिणाम हो सकता है, जिसे जल्द ही स्पष्ट किया जाएगा।
राहत कार्य और ट्रैक की सफाई
घटनास्थल पर राहत कार्य जारी है। रेलवे ने ट्रैक को क्लियर करने के लिए जो प्रयास किए हैं, उनसे यातायात बहाल करने में मदद मिल रही है, हालांकि ट्रेनों के संचालन में कुछ देरी हो सकती है।