रिपोर्ट के अनुसार,
कुंभ कल्प मेले के दर्शनार्थियों के लिए कुलेश्वर नाथ मंदिर जाने के लिए नेहरू घाट से एक अस्थाई मार्ग बनाया गया था। इस मार्ग पर पानी पार करने के लिए डोन पाइप सड़क के नीचे लगाए गए थे। खिलेश्वर कुछ अन्य बच्चों के साथ नदी में नहाने गया था, जहां वह पानी में डूब गया। बच्चों ने घर जाकर इस घटना के बारे में परिजनों को सूचित किया।
परिजनों में छाया मातम
परिजन बालक को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना से परिजनों का बुरा हाल है और वे रो-रो कर अपने दुख को व्यक्त कर रहे हैं। मृतक बालक के शव को पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी में रखा गया है। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और मामले की विवेचना की जा रही है।
यह घटना राजिम कल्प कुंभ मेले के दौरान सुरक्षा और सावधानी के महत्व को रेखांकित करती है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए और अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।