संभल सीओ और IIT बाबा पर जताई नाराजगी
शंकराचार्य ने संभल के सीओ अवुज चौधरी और IIT बाबा के बयानों पर भी प्रतिक्रिया दी। हाल ही में संभल सीओ ने कथित तौर पर एक बयान दिया था, जिसे लेकर संत समाज में नाराजगी देखी जा रही है। शंकराचार्य ने कहा कि प्रशासनिक पदों पर बैठे अधिकारियों को सनातन संस्कृति और उसकी परंपराओं का सम्मान करना चाहिए। यदि कोई अधिकारी हिंदू आस्था पर टिप्पणी करता है, तो यह समाज के लिए चिंताजनक है। उन्होंने सरकार से ऐसे अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। वहीं, IIT बाबा के बयान को लेकर भी उन्होंने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति और धार्मिक मान्यताओं पर किसी भी तरह की अपमानजनक टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि संत समाज हर हाल में धर्म और परंपराओं की रक्षा करेगा।
गौ माता के संरक्षण पर जोर
शंकराचार्य ने कहा कि गौ माता सिर्फ धार्मिक आस्था का विषय नहीं, बल्कि भारतीय कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक दल गौ रक्षा के नाम पर सिर्फ बयानबाजी करते हैं, लेकिन धरातल पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती। उन्होंने मांग की कि केंद्र और राज्य सरकारें गौ हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगाएं और गौशालाओं की स्थिति सुधारें। उन्होंने हिंदू समाज से अपील की कि वे इस मुद्दे पर संगठित होकर अपनी आवाज बुलंद करें।
संत समाज में नाराजगी, बड़े आंदोलन के संकेत
शंकराचार्य ने यह भी संकेत दिए कि यदि गौ माता के संरक्षण को लेकर जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो संत समाज बड़ा आंदोलन कर सकता है। उन्होंने कहा कि गौ रक्षा केवल संतों की नहीं, बल्कि पूरे समाज की जिम्मेदारी है। इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर भी लोगों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। हिंदू संगठनों ने शंकराचार्य के बयान का समर्थन किया है और सरकार से इस मुद्दे पर गंभीर कदम उठाने की अपील की है।