Public holiday: उत्तर प्रदेश के
गोंडा जिले में घाघरा और सरयू नदी का मिलन होता है। परसपुर स्थित पसका का क्षेत्र में पौष मास की पूर्णिमा और मकर संक्रांति के दिन विशाल मेला लगता है। प्रतिवर्ष संगम स्नान के दिन इस जिले में स्थानीय अवकाश रहता है। संगम स्नान को लेकर प्रशासन ने बड़े पैमाने पर व्यवस्था भी की है। शनिवार को डीएम नेहा शर्मा व्यवस्थाओं का जायजा लेने सुकर खेत पसका संगम नदी के तट पर पहुंची। उन्होंने पूरी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस बार यह पर्व 13 जनवरी को पड़ रहा है। इसलिए गोंडा जिले में सरकारी कार्यालय स्कूल कॉलेज सब कुछ बंद रहेंगे। उत्तर प्रदेश सरकार ने 14 जनवरी को मोहम्मद हजरत अली के जन्मदिवस पर पहले से ही सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। इस वजह से स्कूल कॉलेज सभी सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे। इसी दिन मकर संक्रांति भी पड़ती है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की इमरजेंसी सेवाएं पहले की तरह चलती रहेगी।
14 जनवरी को मकर संक्रांति जानिए इसके महत्व
हिंदू धर्म में मकर संक्रांति पर्व का विशेष महत्व है। वैसे यहां पर्व सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पड़ोसी देश नेपाल में भी मनाया जाता है। भारत के अलग-अलग राज्यों में इस पर्व को अलग-अलग नाम से जाना जाता है। उत्तर भारत में इसे मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है। तमिलनाडु में पोंगल, गुजरात में इसे उत्तरायण कहते हैं। अलग-अलग राज्यों में विभिन्न धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस पर्व को मनाया जाता है। वर्ष 2025 में मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को मनाया जाएगा। इस दिन सूर्य उत्तरायण होता है। दूसरे शब्दों में इसे कहें तो सूर्य उत्तर की तरफ बढ़ता है। इस दिन से खरमास की समाप्ति होती है। लोग शुभ कार्यों की शुरुआत करते हैं। पंचांग के मुताबिक जब सूर्य धनु राशि से निकालकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं। उस दिन मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। इस दिन लोग गंगा, सरयू पवित्र नदियों में स्नान कर पूजन अर्चन और दान करते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन दान करने से पुण्य की प्राप्त होती है। इसे खिचड़ी के नाम से भी जाना जाता है।