भवन के लिए एक नक्शा बना है, जिस आधार पर विवि प्रशासन को पहली किश्त में 340 करोड़ रुपए और दूसरी किश्त के रूप में 150 करोड़ रुपए मिल चुके हैं। 210 करोड़ रुपए और अगली किश्त में मिलेंगे। यहां का विवि भवन प्रदेश के अन्य विवि भवन से अलग हो।
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गुना से जीवाजी विश्वविद्यालय की दूरी अधिक होने की वजह से लंबे समय से यहां के छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों द्वारा यूनिवर्सिटी खोले जाने की मांग की जा रही थी। उस मांग को पत्रिका ने अभियान के रूप में प्रकाशित किया, जिसके परिणाम स्वरूप सीएम मोहन यादव ने गुना में बीते वर्ष के फरवरी माह में क्रांतिवीर तात्या टोपे यूनिवर्सिटी खोले जाने की घोषणा की थी। इसका शुभारंभ पीएम श्री महाविद्यालय गुना में 14 मार्च 2024 को वर्चुअल शुभारंभ हुआ था।
जमीन की आवंटित
इसके बाद यूनिवर्सिटी के लिए जमीन तलाशने का काम शुरू हो गया था। भले ही तात्या टोपे विश्वविद्यालय अपने अस्तित्व में आ गया हो, लेकिन उसको पूरी तरह अस्तित्व में आने और समस्त कक्षाओं व परीक्षाओं के संचालन में दो साल का और समय लगेगा। इसके बाद ही गुना, अशोकनगर और शिवपुरी जिले में जीवाजी विश्वविद्यालय का हस्तक्षेप पूरी तरह खत्म होगा। बताया गया कि इस विश्वविद्यालय को खोले जाने के लिए प्रशासन की ओर से सिंगवासा के पास अलग-अलग हेक्टेयर भूमि आवंटित की है।
क्रांतिवीर तात्याटोपे विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. किशन यादव ने बताया कि यूनिवर्सिटी का भवन सिंगवासा पर बनेगा, जो आकर्षक और सुविधाजनक होगा। इस वर्ष अलग-अलग संकायों में पीजी कक्षाएं शुरू की जा रही हैं। दो किश्तों में पैसा मिल चुका है। इस विवि के अधीन शिवपुरी, अशोकनगर और गुना के सभी शासकीय और निजी कॉलेज रहेंगे। जल्द ही विवि में परीक्षाएं भी शुरू होंगी।