ग्रामीणों के अनुसार पंचायत के अंतर्गत पठार मोहल्ला में पानी की सप्लाई के लिए एक टंकी बनी हुई है। इस टंकी से वहां की ग्राम पंचायत द्वारा पानी नहीं दिया जा रहा था। पानी न मिलने से पास में ही लगे हैंडपंप जो की बंद पड़ा था, उसमें वाटर लेवल आने से पानी ऊपर आ गया। पानी की कमी के कारण ग्रामीणों ने इसी बंद पड़े हैंडपंप से पानी भरने लगे और उसे पीते ही बीमार पड़ गए।
स्वास्थ्य विभाग ने संभाला मोर्चा
एक के बाद एक गंभीर बीमारी से पीडित लोगों को इलाज के लिए गुना लाया गया। जिला अस्पताल और एक निजी अस्पताल में इन सभी को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। बमौरी बीएमओ के अनुसार दूषित पानी पीने से 52 लोग बीमार हुए हैं जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस संबंध में बमौरी के बीएमओ डा. लक्ष्मीकुमार के अनुसार 75 वर्षीय रामप्यारी सहरिया की मौत हैजा से हुई है। उनका दावा है कि दूसरी महिला हाउसाबाई की मौत इस बीमारी से नहीं जहर खाने से बताया गया है। गांव के हैंडपंप की सफाई कराई जा रही है। गांव में बनी टंकी से पानी की सप्लाई शुरू कर दी है। गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच चुकी है, लोगों को चेकअप करके दवाई दी जा रही है।