सुबह घर से ड्यूटी के लिए निकले
पुलिस के मुताबिक गोहद (भिंड) निवासी रामअवतार (45) पुत्र उमाशंकर श्रीवास्तव ने सुसाइड कर लिया। राम अवतार सिटी सेंटर में एचडीएफसी बैंक में बीमा विभाग में पदस्थ थे। इसलिए यहां नेहरू नगर में रहते थे। उनका परिवार गोहद में ही रहता है। रामअवतार सुबह घर से ड्यूटी के लिए निकले। लेकिन बैंक नहीं गए। दोपहर करीब 12.30 बजे होटल रॉयल इन के कमरा नंबर 105 में आकर ठहरे। यहां उन्होंने सुसाइड नोट लिखा और फांसी लगा ली। शाम तक रामअवतार घर नहीं पहुंचे तब परिजन ग्वालियर आ गए। रामअवतार को तलाशा उनका पता नहीं चला तो थाटीपुर थाने में गुमइंसान दर्ज कराया। होटल के कमरे में निजी बैंक के कर्मचारी ने सुसाइड किया है। कमरे की तलाशी में सुसाइड नोट भी मिला है। उसमें लिखी बातों के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।- हिना खान, सीएसपी विश्वविद्यालय
ये भी पढ़ें: भोपाल पुलिस को मिलेगा ‘डिजिटल वायरलेस सेट’, मिनटों में ट्रैक होगी लोकेशन सुसाइड नोट में लिखा जमीन सौदे का हिसाब
रामअवतार ने सुसाइड नोट में सतवीर सिंह ने जो जमीन खरीदी थी वह अपनी मर्जी खरीदी थी। उसका एग्रीमेंट सतवीर ने भाई भानू के नाम से कराया था। उसके लिए सतवीर और उनके परिवार ने किसी तरह का दवाब नहीं बनाया था। रामअवतार ने कुछ काम पूरा नहीं करने के लिए सुसाइड नोट में सतवीर सिंह से माफी भी मांगी है। और जमीन खरीद में देव सिंह ,पप्पू, जीत सिंह, देवेन्द्र, बिजेन्द्र फरोख्त का हिसाब किताब लिखकर सतवीर सिंह से कहा है जमीन बेचने के एवज में जिससे जो पैसा लिया था वह लौटा दिया है। उनके भाई भानू का हिसाब चुकता किया है।
अब किसी का कोई पैसा उधार नहीं है। उन्होंने लिखा है सतवीर सिंह ने दवाब बनाकर 40 लाख रुपए का एक्सिस बैंक जो चैक लिया था अब उसे भी निरस्त माने जाए।
सुसाइड नोट मिला, जांच में होगा खुलासा
पुलिस का कहना है रामअवतार को परिजन तलाशते हुए सिटी सेंटर में आए तो उनकी कार होटल रॉयल इन के बाहर खड़ी दिखी। इसलिए होटल के रिस्पेशन पर आकर होटल में ठहरे लोगों के बारे में जानकारी ली तो पता चला कि रामअवतार कमरा नंबर 105 में रूके हैं। परिजन कमरे पर पहुंचे तो उसका दरवाजा अंदर से बंद था। कई बार खटकाने पर गेट नहीं खुला तो होटल स्टाफ ने गेट का ताला तोड़ा। अंदर रामअवतार की लाश फांसी पर लटकी मिली।