सदस्यों ने हूटर को लेकर कहा कि इसे लगाने की सीमित लोगों को पात्रता है, लेकिन बड़ी संख्या में गाडिय़ों में लगाए जा रहे हैं। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि गाड़ी के बोनट के अंदर इसे लगा रहे हैं, इससे गाड़ी की पहचान नहीं हो पा रही है। इसके अलावा ऑटो रिक्शा को शिफ्ट में चलाने पर चर्चा की गई। ऑटो रिक्शा की भी ई रिक्शा की तर्ज पर कलर कोडिंग की जाएगी और शिफ्ट में चलाया जाएगा, लेकिन व्यवस्था लागू करने से पहले ऑटो यूनियन के साथ बैठक की जाएगी। उन्हें प्लान की जानकारी दी जाएगी।
स्कूल वाहनों का नियमित ऑडिट
बुधवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक में कलेक्टर रुचिका चौहान, व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह सहित समिति के सदस्य व अधिकारी मौजूद थे। सांसद ने कहा कि हर महीने सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की जाएगी। स्कूली वाहनों का नियमित ऑडिट किया जाए। शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर सख्ती करने के लिए भी पुलिस अधिकारियों से कहा। कुशवाह ने राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे सर्विस रोड बनवाने की ओर भी सडक़ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया। साथ ही कहा कि शहर के नजदीक से होकर गुजर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्ट्रीट लाइट भी लगवाई जाए।
ट्रैफिक एक्सपर्ट को बुलाया जाएगा, खर्च सांसद निधि से मिलेगा
शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए ट्रैफिक एक्सपर्ट की टीम बुलाने का फैसला लिया गया। इस टीम का खर्चा सांसद निधि से उपलब्ध कराया जाएगा। शहर की सडक़ों के दोनों ओर अवैध पार्किंग की वजह से सड़क आवागमन में आ रही परेशानी को दूर करने और यातायात पुलिस लगाकर लेफ्ट टर्न का पालन कराने के भी निर्देश दिए। जिले से होकर गुजर रहे राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय सड़क मार्गों के ब्लैक स्पॉट पर दुर्घटनाएं रोकने के कारगर उपाय करने पर भी उन्होंने विशेष जोर दिया।
बैठक में यह लिए गए फैसले
–जिन चौराहों, तिराहों व जिन बाजारों की सडक़ों पर जाम की स्थिति बनी रहती है। एकांकी मार्ग पर कैमरे से निगरानी की जाए। एकांकी मार्ग का नियम तोडऩे वालों पर कार्रवाई की जाए। –कलेक्टर ने त्योहारों के अवसर पर सडक़ के दोनों ओर दुकानदारों द्वारा पंडाल लगाकर दुकानदारी की जाने की वजह से यातायात में आ रही बाधा पर ध्यान आकर्षित किया। व्यापारिक संगठनों व मार्केट एसोसिएशन के माध्यम से दुकानदारों तक यह बात पहुंचाएं कि वे सडक़ पर पंडाल लगाकर यातायात बाधित न करें।
–ग्वालियर-डबरा एवं डबरा-भितरवार सडक़ मार्ग के मोड़ों पर खरपतवारों व झाडिय़ों की छंटनी कराएं, जिससे इन झाडिय़ों की वजह से आगे का वाहन दिखाई न देने से हो रही दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
–चौराहों पर जो रोटरी व खाली जगह पड़ी हैं, जिनकी वजह से ट्रैफिक जाम की समस्या दूर हो सकती है। उन रोटरी को हटाया जाए। –इंदरगंज व बारादरी चौराहे का ट्रैफिक सुधारा जाएगा पायलट प्रोजेक्ट के तहत
–बैठक में इंदरगंज व बारादरी चौराहा मुरार के ट्रैफिक को सुधारने के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत चयन किया गया। इस चौराहे पर जिन कारणों से जाम लगता है, उन्हें दूर किया जाएगा। यदि प्रयोग सफल हुआ तो शहर के प्रमुख चौराहों पर उसे लागू किया जाएगा।