इस फीचर के जुड़ जाने से जो सेवा प्रदाता अपनी पत्नी, रिश्तेदार, दोस्त की आईडी पर काम कर रहे थे, उन्हें कार्यालय में बैठना होगा। इस व्यवस्था के लागू होने से जो लोग किराए की आईडी लेकर काम कर रहे हैं, उनकी छंटनी हो जाएगी, फर्जीवाडा़ भी थमेगा।
फर्जी तरीके से नहीं बेच पाएगा संपत्ति
पंजीयन विभाग में संपदा-1 सॉफ्टवेयर बंद हो गया है। संपदा-2 सॉफ्टवेयर पर काम किया जा रहा है। पंजीयन विभाग के सभी कार्य इसी सॉफ्टवेयर पर किए जा रहे हैं। क्रेता-विक्रेता को हर स्टेप पर ओटीपी देना होता है। इससे संपत्ति के विक्रय में फर्जीवाडे़ में कमी आएगी। कोई दूसरा व्यक्ति फर्जी तरीके से संपत्ति नहीं बेच पाएगा, क्योंकि आधार से संबंधित व्यक्ति का सत्यापन होगा।
उप पंजीयक भी नहीं छोड़ पाएंगे ऑफिस
संपदा-2 में उप पंजीयक भी ऑफिस नहीं छोड़ पाएंगे। संपदा-2 में रजिस्ट्री के लिए उप पंजीयक का भी अंगूठा लगेगा, इसके बाद ही रजिस्ट्री होगी। संपदा-1 में उप पंजीयक ऑफिस बाहरी लोगों के भरोसे छोड़कर चले जाते थे। शाम को हस्ताक्षर कर प्रिंट निकालते थे।