इससे अफरातफरी मच गई। मौके पर खड़े महज पांच सात पुलिसकर्मियों ने भी नजदीक गलियों में घुस कर स्वयं को पत्थरों से बचाया। गुरुद्वारे के समीप निवास कर रहे गामीणों ने अपने घरों के दरवाजे बंद कर लिए। स्थिति बिगड़ने की सूचना मिलने पर अतिरिक्त पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे पुलिस उपाधीक्षक मीनाक्षी लेघा, एसडीएम अमिता बिश्नोई, तहसीलदार नवीन गर्ग, पीलीबंगा थाना प्रभारी अशोक बिश्नोई, गोलूवाला थाना प्रभारी राकेश सांखला, सदर थाना प्रभारी अजय गिरधर सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रण में किया।
ग्रामीणों ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि गांव में स्थित गुरुद्वारे को लेकर सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ वायरल हो रहे वीडियो के पश्चात भी प्रशासन ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। इससे शनिवार को अचानक दोनों पक्षों के मध्य जमकर तलवारें चली जिसमें दोनों पक्षों के लोग घायल हो गए। इस दौरान पुलिस के जवान आसपास की गलियों में स्वयं को बचाते नजर आए।
शनिवार को दोपहर उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार दोनों पक्षों के मध्य पीलीबंगा थाने में वार्ता हुई। दोनों पक्षों की एडीएम उमेदी लाल मीणा, एसडीएम अमिता बिश्नोई, तहसीलदार नवीन गर्ग, अतिरिक्त पुलिस अधीषक दिनेश तंवर, पुलिस उपाधीक्षक मिनाक्षी लेघा, थाना प्रभारी अशोक बिश्नोई, सरपंच सुनील क्रांति की मध्यस्थता में वार्ता हुई। जिसमें दोनों पक्षों को लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ। वार्ता विफल रहने से प्रशासन द्वारा दोनों पक्षों को पुन: वार्ता के लिए जिला मुयालय पर मंगलवार को 1 अप्रेल को बुलाया तथा तब तक शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए दोनों पक्षों को पाबंद करते हुए मौके पर पुलिस जाप्ता तैनात कर दिया गया।
यह था मामला
लोंगवाला स्थित गुरुद्वारा में बीते कई वर्षों से सेवा कर रहे टहल सिंह की कार्यशैली से नाराज कुछ ग्रामीण उन्हें गुरुद्वारा से हटाना चाहते थे। वहीं दूसरे गुट के ग्रामीण टहल सिंह को ही गुरुद्वारा में रखना चाहते थे। इसी बात को लेकर दो गुटों में बंटे ग्रामीणों के मध्य विवाद हो गया था। मारपीट की घटना से नाराज दोनों गुटों में बंटे ग्रामीण अलग अलग निहंगों के पास पहुंच गए। सूत्रों ने बताया कि गुरुद्वारे में चल रह रहे विवाद को लेकर निहंगों के एक गुट द्वारा सोशल मीडिया पर 30 मार्च को गुरुद्वारा में पहुंचने की धमकी देने पर दूसरे गुट के निहंग शनिवार को ही गुरुद्वारे में पहुंच गए।
शनिवार को निहंगों के गुरुद्वारे में पहुंचने की सूचना मिलने पर गांव धोलीपाल से दूसरे गुट के निहंगों का एक जत्था लोंगवाला पहुंच गया जिनसे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। आपस में हुई जंग में एक व्यक्ति के पैर में धारदार हथियार की चोट लगने से वह गंभीर घायल हो गया जबकि 3- 4 अन्य को चोटें आई। घायलों को पीलीबंगा के राजकीय चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया।