नींद की कमी से दिल की सेहत पर बुरा असर
स्वीडन की एक यूनिवर्सिटी (Uppsala University) में हुए एक नए अध्ययन में पता चला है कि सिर्फ कुछ रातों की कम नींद भी आपके दिल के लिए नुकसानदेह हो सकती है, चाहे आप जवान और पूरी तरह से स्वस्थ ही क्यों न हों। इसे भी पढ़ें-
नींद नहीं आने पर अपनाएं 5-5-5 Sleeping Rules कैसे हुआ अध्ययन?
इस अध्ययन में 16 स्वस्थ जवान पुरुषों को एक लैब में रखा गया, जहां उनकी रोजमर्रा की हर चीज जैसे खाना, चलना-फिरना और रोशनी पूरी तरह से कंट्रोल की गई। इन लोगों को दो तरह की नींद दी गई। तीन रातें अच्छी
नींद (लगभग 8.5 घंटे) और तीन रातें कम नींद
(लगभग 4 घंटे)।इस दौरान शोधकर्माओं ने पाया कि नींद पूरी न होने से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ गया था। ये एक चिंता का कारण था।
एडल्ट में भी दिखे नुकसानदेह असर
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि ये असर सिर्फ बुजुर्गों में नहीं, बल्कि एडल्ट और स्वस्थ लोगों में भी कम नींद की वजह से दिखे। ये खासकर चिंता की बात है क्योंकि आजकल बहुत से लोग, खासकर शिफ्ट में काम करने वाले, पूरी नींद नहीं ले पाते।
नींद और दिल की सेहत का क्या है गहरा रिश्ता?
अच्छी नींद सिर्फ थकान दूर नहीं करती, बल्कि आपके दिल की सेहत को भी मजबूत बनाए रखती है। आइए समझते हैं कि नींद की कमी कैसे दिल को नुकसान पहुंचा सकती है।
तनाव बढ़ाता है हार्ट का खतरा
नींद की कमी से स्ट्रेस हार्मोन (जैसे कोर्टिसोल) बढ़ता है। इससे ब्लड प्रेशर और दिल की धड़कन तेज़ हो सकती है, जो लंबे समय में दिल की बीमारियों का कारण बन सकता है। हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग का खतरा
कम नींद लेने वालों में हाई
ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा ज्यादा पाया गया है। ये सभी समस्याएं दिल के लिए खतरनाक हैं।
दिल के लिए नींद है नेचुरल दवा
हर रात 7–8 घंटे की अच्छी नींद लेना आपके दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह न सिर्फ शरीर को रिलैक्स करता है, बल्कि हार्ट को लंबे समय तक फिट भी रखता है।
बेहतर नींद के लिए फॉलो करें ये टिप्स
अच्छी नींद पाने के लिए कुछ जरूरी आदतें अपनाना बहुत फायदेमंद होता है। रोज सोने से पहले कमरे को शांत और आरामदायक बनाएं। नकारात्मक सोच से बचें और रात में मोबाइल या लैपटॉप का इस्तेमाल न करें। चाय या कॉफी जैसी चीजें सोने से पहले न पिएं। रोजाना हल्का व्यायाम करें और तनाव को दूर करने के लिए मेडिटेशन या पॉजिटिव अफर्मेशन सुनें। ये छोटी-छोटी बातें आपकी नींद को बेहतर बना सकती हैं। डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।