1. इनविजलाइन या मेटल ब्रेसेस – कौन बेहतर है?
जवाब: यदि आपके दांतों की गड़बड़ी हल्की से मध्यम स्तर की है तो इनविजलाइन एक अच्छा विकल्प हो सकता है, क्योंकि यह पारदर्शी होता है और दिखता भी नहीं। लेकिन जटिल मामलों में मेटल ब्रेसेस अधिक प्रभावी साबित होते हैं। सही विकल्प का चुनाव आपके ऑर्थोडॉन्टिस्ट की सलाह से ही करें।
2. रूट कैनाल के बाद दोबारा दर्द – क्या री-ट्रीटमेंट संभव है?
जवाब: हां, रूट कैनाल ट्रीटमेंट के बाद भी अगर संक्रमण या दर्द दोबारा होता है तो री-ट्रीटमेंट किया जा सकता है। यह प्रोसेस थोड़ा जटिल होता है, लेकिन अनुभवी एंडोडॉन्टिस्ट इसे सफलतापूर्वक कर सकते हैं।
3. 11 वर्षीय बेटी के दांतों में गैप – क्या अभी ब्रेसेस लग सकते हैं?
जवाब: हां, इस उम्र में बच्चों के स्थायी दांत आने के बाद ब्रेसेस लगाए जा सकते हैं। यदि गैप अधिक है तो जल्द इलाज शुरू करना फायदेमंद होगा। बच्चों के लिए ट्रीटमेंट जल्दी असर करता है।
5. मसूड़ों से खून आना – क्या कारण और समाधान है?
जवाब: यह मसूड़ों में सूजन या गम डिजीज का संकेत हो सकता है। इसकी मुख्य वजह प्लाक, गलत ब्रशिंग या विटामिन C की कमी हो सकती है। रोज़ाना दांतों की सफाई, माउथवॉश का इस्तेमाल और डेंटिस्ट से क्लीनिंग कराना जरूरी है।
6. दांत में छेद – क्या हर बार रूट कैनाल जरूरी होता है?
जवाब: नहीं, हर बार रूट कैनाल जरूरी नहीं होता। यदि कैविटी केवल इनैमल या डेंटिन तक सीमित है तो फिलिंग से काम चल जाता है। रूट कैनाल तब होता है जब संक्रमण नस तक पहुंच चुका हो।
7. दांतों का पीलापन – कैसे हटाएं?
जवाब: पीलापन दूर करने के लिए प्रोफेशनल स्केलिंग, पॉलिशिंग और कभी-कभी ब्लीचिंग की आवश्यकता होती है। साथ ही, चाय, कॉफी, तंबाकू और धूम्रपान से बचें और नियमित ब्रशिंग करें।
8. दांतों की क्लीनिंग – कितने समय में करानी चाहिए?
जवाब: हर 6 महीने में एक बार प्रोफेशनल डेंटल क्लीनिंग करानी चाहिए ताकि प्लाक और टार्टर न जमे और मसूड़ों की बीमारियों से बचा जा सके।
9. बच्चों की ब्रशिंग और कैविटी से बचाव
जवाब: बच्चों को दिन में दो बार ब्रश करना चाहिए—सुबह और रात को सोने से पहले। उन्हें मीठी चीजें, चॉकलेट, कैंडी, सॉफ्ट ड्रिंक्स और जंक फूड कम देना चाहिए ताकि कैविटी से बचाव हो।
10. ब्रैसेस के बाद भी रीफिलिंग क्यों होती है?
जवाब: ब्रेसेस के दौरान दांतों की सफाई करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। यदि ओरल हाइजीन ठीक से न रखी जाए तो दांतों में कैविटी बन सकती है, जिससे रीफिलिंग की ज़रूरत पड़ती है।
11. क्या मीठा खाना ही कैविटी की वजह है?
जवाब: मीठा खाना कैविटी का प्रमुख कारण है, लेकिन एकमात्र नहीं। खराब ओरल हाइजीन, बार-बार खाना, एसिडिक ड्रिंक्स, और ब्रश न करना भी कैविटी का कारण बनते हैं।