सांस लेने की समस्या के कारण : Sudden Loss of Breath Reason
अस्थमा सांस लेने में कठिनाई का एक प्रमुख कारण अस्थमा है। अस्थमा एक चिकित्सा स्थिति है, जिसके कारण सांस की नली संकुचित या सूज जाती है। कई बार, अस्थमा से ग्रसित व्यक्तियों में अतिरिक्त बलगम का निर्माण होता है। इस स्थिति में, व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, अस्थमा के कारण सांस लेते समय सीटी जैसी आवाज भी सुनाई दे सकती है। अनियमित धड़कन यदि सांस लेने में कठिनाई हो, तो इसे अनियमित धड़कन का संकेत माना जा सकता है। अनियमित दिल की धड़कन, जिसे हार्ट एरिदमिया कहा जाता है, में दिल की धड़कनें अत्यधिक तेज या अत्यधिक धीमी हो जाती हैं। कभी-कभी यह स्थिति गंभीर नहीं होती, जबकि अन्य समय में यह जानलेवा हो सकती है। अनियमित धड़कन के दौरान मरीज को सीने में दर्द, सांस लेने में कठिनाई और दिल की तेज धड़कन जैसे लक्षण अनुभव हो सकते हैं।
निमोनिया सांस लेने में कठिनाई निमोनिया जैसे संक्रमण के कारण उत्पन्न हो सकती है। जब किसी व्यक्ति को निमोनिया होता है, तो उसे कई अन्य लक्षण भी अनुभव हो सकते हैं, जैसे खांसी, कफ, बुखार और अत्यधिक ठंड लगना। यदि किसी को सांस लेने में कठिनाई के साथ ये लक्षण भी दिखाई दें, तो उन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। तुरंत चिकित्सक से संपर्क करके उचित उपचार कराना आवश्यक है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि निमोनिया कभी-कभी जान के लिए खतरा भी बन सकता है।
हार्ट फेलियर सांस लेने में कठिनाई का एक और कारण हार्ट फेलियर हो सकता है। आप जानते होंगे कि हार्ट फेल होना न केवल गंभीर है, बल्कि यह जान के लिए भी खतरा बन सकता है। हार्ट फेल होने का अर्थ है कि हृदय की मांसपेशियाँ रक्त पंप करने में असमर्थ हैं। जब हार्ट फेल होता है, तो रक्त वापस लौट आता है, जिससे फेफड़ों में तरल पदार्थ जमा हो जाता है। इस स्थिति में व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। ऐसे में मरीज को तुरंत चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है।
सांस लेने में परेशानी के बचाव उपाय
यदि आपको पहले से कोई श्वसन संबंधी समस्या है, तो चिकित्सक से उपचार कराना आवश्यक है। श्वसन में कठिनाई होने पर व्यायाम या शारीरिक गतिविधि करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना उचित है। श्वसन में समस्या होने पर ध्यान या विश्राम तकनीकों का सहारा लें। श्वसन संबंधी समस्याओं से बचने के लिए अपनी हानिकारक आदतों, जैसे धूम्रपान, को छोड़ दें। जब भी आप घर से बाहर जाएं, तो मास्क पहनना न भूलें और सभी आवश्यक सावधानियों का पालन करें। अपनी आहार में स्वास्थ्यवर्धक चीजें, जैसे एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थ, शामिल करें। डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।