मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वेंकटेश्वर स्वामी की संपत्तियों पर हुए अतिक्रमण को हटाकर उन्हें देवता को वापस किया जाएगा। तिरुमाला में वेंगमम्बा अन्नदानम केंद्र में भक्तों को भोजन परोसने के बाद उन्होंने मीडिया से बात की। उन्होंने बताया, “मैं सिर्फ वेंकटेश्वर स्वामी के आशीर्वाद से जीवित हूँ। जब मैंने प्राणदानम कार्यक्रम शुरू किया था, तब मेरे खिलाफ 24 क्लेमोर माइंस से हमला हुआ। कोई भी इतने विस्फोटों से नहीं बच सकता, लेकिन भगवान की कृपा से मैं बच गया।”
तिरुमाला की पवित्रता की रक्षा
चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि पिछले पाँच सालों में तिरुमाला की पवित्रता को बनाए रखने के लिए संघर्ष किया गया है। सत्ता में आने के बाद उन्होंने मंदिर से ही सफाई शुरू की। उन्होंने घोषणा की कि मुमताज, एमार और देवलोक संस्थानों को दी गई 35.32 एकड़ भूमि का आवंटन रद्द कर दिया गया है। उन्होंने कहा, “कोई भी सात पहाड़ियों की पवित्रता को भंग नहीं कर सकता।” टीटीडी में सुधार और वैश्विक योजना उन्होंने तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) में काम करने वालों से व्यक्तिगत लाभ के बजाय पवित्रता बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा, “टीटीडी में काम करने वाले हिंदू होने चाहिए। अन्य धर्मों के लोगों को सम्मानपूर्वक अलग अवसर दिए जाएंगे।” साथ ही, उन्होंने देश के सभी राज्यों की राजधानियों और हिंदू आबादी वाले विदेशी देशों में वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर बनाने की योजना का ऐलान किया। इसके लिए सभी मुख्यमंत्रियों को पत्र भेजे जाएंगे।