प्रबंधन और कंपनी के आश्वासन पर कर्मचारियों ने काम पर लौटने का निर्णय लिया था, लेकिन 15 दिन बाद भी उनकी वापसी को लेकर भोपाल प्रस्ताव भेजने के बाद जवाब नहीं आया है। जानकारी के अनुसार कर्मचारियों ने संकेत दिए हैं कि यदि जल्द फैसला नहीं लिया तो वे फिर कार्य बंद कर सकते हैं। इसका खमियाजा मरीजों और उनके परिजन को उठाना पड़ेगा।
पिछली बार नहीं हो सकी थी वैकल्पिक व्यवस्था
16 व 17 जून को एजाइल सिक्योरिटी फोर्स प्राइवेट लिमिटेड ने अचानक इलेक्ट्रिशियन, वाटर मैन, एसी ऑपरेटर, सीसीटीवी ऑपरेटर, फायर मैन ऑपरेटर, कम्प्यूटर्स ऑपरेटर, लिफ्ट मैन व अन्य को निकाल दिया था। इससे अस्पताल में पानी, बिजली की व्यवस्थाएं प्रभावित हो गई थी। वैकल्पिक व्यवस्था नहीं बन पाई थी, लेकिन अब कंपनी से अनुबंध की शर्तों के अनुसार जानकारी मंगाई है। ये भी पढ़ें: कलेक्टर के पास जाएगी टीचर्स की ‘हाजिरी’ लिस्ट, लिया जाएगा एक्शन मरीजों को कर दिया था रेफर
सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में बिजली व पानी की समस्या हो गई थी। ऐसे में आइसीयू वेंटिलेटर से तीन मरीजों को लामा कराकर निजी अस्पताल भेज दिया था। मरीज सहित उनके परिजन भी पानी के लिए परेशान हुए थे। ऑपरेशन भी नहीं हो सके थे। इधर, एमवायएच में सीसीटीवी ऑपरेटर व फायर मैन के नहीं होने से सुरक्षा अलार्म भी जांचने वाला कोई नहीं था।
1200 कर्मचारियों को नहीं मिला वेतन
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के लिए प्रबंधन ने एचएलएल कंपनी से अनुबंध किया है। इसने सुरक्षाकर्मियों व आउट सोर्स कर्मचारियों के लिए एजाइल सिक्योरिटी फोर्स से अनुबंध किया है। इसी के जरिये एमवायएच में लगभग 1200 कर्मचारी रखे हैं। इन्हें मई व जून माह का वेतन भुगतान नहीं हुआ है। दो दिन पहले ही इन्होंने विरोध दर्ज कराया था।
शासकीय अवकाश व एरियर भुगतान नहीं
निजी अनुबंधित कंपनी द्वारा सुरक्षाकर्मियों सहित आउट सोर्स स्टॉफ को एरियर भुगतान भी नहीं किया गया है। यहां तक कि कंपनी द्वारा शासकीय अवकाश की राशि भी भुगतान नहीं की जा रही है। सुरक्षाकर्मियों ने बताया दो साल में बोनस भी सभी कर्मचारियों को भुगतान नहीं हुआ है। किसी को बोनस भी आधा दिया गया है। कर्मचारियों को हटाने के बाद शासन स्तर पर चर्चा हुई। आवश्यकता अनुसार कर्मचारियों को वापस रखने का प्रस्ताव भोपाल भेजा है। जल्द ही निर्णय आएगा। – डॉ. अरविंद घनघोरिया, डीन एमजीएम मेडिकल कॉलेज आउटसोर्स कर्मचारी अभी काम कर रहे हैं। उन्हें लेकर फिलहाल नया आदेश नहीं आया है। कंपनी को शासन की तरफ से राशि का भुगतान नहीं हुआ है, इस कारण से वेतन नहीं दिया जा सका। – प्रदीप रघुवंशी, मैनेजर एजाइल सिक्योरिटी फोर्स प्राइवेट लिमिटेड