राजा रघुवंशी की हत्या हुए एक माह से ज्यादा का समय बीत चुका है पर उनकी मां उमा का दर्द कम नहीं हो रहा। वे हर पल अपने बेटे को ही याद करती रहती हैं। अपनी बहू सोनम के तो नाम से ही उन्हें नफरत हो गई है। उमा रघुवंशी का कहना है कि हमारा बहुत बडा परिवार है लेकिन अब किसी का नाम सोनम नहीं रखेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि सोनम ने मेघालय जाने के पहले ही राजा की हत्या कराने की कोशिश की थी।
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उमा रघुवंशी ने आरोप लगाया कि शादी के कुछ ही दिन बाद बहू ने अचानक राजा से एक कार्यक्रम में उज्जैन चलने को कहा। सोनम ने राजा से अकेले ही चलने की बात कही थी लेकिन उसके भाई गोविंद ने ऐसा नहीं करने दिया। राजा और सोनम के साथ वह भी उज्जैन गया। उमा रघुवंशी ने आरोप लगाया कि वह उसी दिन राजा की हत्या कराने की साजिश रच रही थी पर उसके भाई के कारण यह नहीं हो पाया। उमा रघुवंशी के अनुसार सोनम का 17 मई को ही राजा की हत्या कराने का प्लान था लेकिन उसका भाई गोविंद भी साथ होने के कारण उसके मंसूबे पूरे नहीं हो सके।
राजा रघुवंशी की मां ने उज्जैन में राजा के साथ कोई तांत्रिक क्रिया कराने का अंदेशा भी जताया। उन्होंने बताया कि वहां से लौटते ही उसके व्यवहार में बदलाव आ गया था। राजा उज्जैन से काले रंग की एक गुड़िया लाया था जिसे घर के दरवाजे पर बांधने को दी थी।