सबूत नष्ट करने के आरोप, लोकेन्द्र तोमर की पेशी आज
पुलिस का कहना है, जांच चल रही है। सबूत नष्ट करने में लोकेंद्र की भूमिका मिली तो आरोपी बनाएंगे। शिलोम ने कबूला कि उसने फ्लैट से बैग निकालकर निपानिया में हरे कृष्ण विहार में जलाया। पुलिस ने वहां की राख खंगाली तो मोबाइल के अवशेष, जली सिम कार्ड, हेयर क्लिप, चेन, स्क्रू मिले हैं। पुलिस ने प्रॉपर्टी एजेंट शिलोम व बिल्डिंग मालिक लोकेंद्र को ग्वालियर से दबोचा। चौकीदार बलवीर अहिरवार को हिरासत में लिया है। उसे 7 दिन की ट्रांजिट रिमांड पर लिया है। बताते हैं, पुलिस उन्हें शिलांग ले जाकर घटनाक्रम की कड़ियां जोड़ेगी। लोकेन्द्र फिलहाल ग्वालियर के मोहना थाने में है, उसे आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। हो सकता है कि मेघालय पुलिस उसे भी ट्रांजिट रिमांड पर लेकर जाए।
मैं छूटकर आऊंगा, मुझ पर कोई आरोप नहीं- लोकेंद्र तोमर
बता दें कि लोकेन्द्र तोमर को पुलिस ग्वालियर जयारोग्य अस्पताल के ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचीं है। यहां उसका मेडिकल चेकअप किया गया। इस दौरान लोकेंद्र तोमर बार-बार यही कहता रहा कि मुझ पर कोई आरोप नहीं है, मैं छूटकर वापस आऊंगा। अब थोड़ी देर में लोकेन्द्र को कोर्ट में पेश किया जाएगा। कोर्ट में मेघालय पुलिस उसे भी ट्रांजिट रिमांड पर लेने की मांग करेगी।
देवास नाका में किराये के फ्लैट में 14 दिन रही थी सोनम
23 मई को शिलांग में राजा की हत्या के बाद सोनम रघुवंशी इंदौर आ गई थी। वह हीराबाग स्थित देवास नाका में किराये के फ्लैट में 14 दिन रही। वह जो बैग लेकर आई थी, उसमें पिस्टल, पांच लाख रुपए नकद होने के साथ अन्य सामान होने की बात कही जा रही है।
प्रॉपर्टी के बिजनेस से चमकी लोकेंन्द्र की किस्मत
अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक बिल्डिंग मालिक लोकेंद्र सिंह तोमर के पिता सुरेश सिंह तोमर सेना से लांस नायक पद से रिटायर्ड हैं। वह ग्वालियर के बहोड़ापुर में रहते हैं। लोकेंद्र के पड़ोसियों के मुताबिक उसने अपने करियर की शुरुआत एक टेलीकॉम कंपनी में कर्मचारी के रूप में की थी। बाद में उसने प्रॉपर्टी डीलिंग का काम शुरू कर दिया। उसने इस फील्ड में तेजी से तरक्की की और बिल्डिंग बनाने लगा। ग्वालियर के अलावा इंदौर में भी इसका कारोबार है।
कई लग्जरी कारों का है मालिक
पड़ोसियों के अनुसार लोकेन्द्र सिंह तोमर कई लग्जरी गाड़ियों का मालिक है। उसके पास तीन-चार कार हैं। तीन साल पहले उसने नई सफारी कार खरीदी थी। लोकेंद्र को पता है कहां है पिस्टल और 5 लाख रुपए
राजा रघुवंशी की हत्या की जांच कर रही मेघालय पुलिस के कुछ अफसर सोमवार रात 23 जून को ग्वालियर पहुंच थे। अफसरों ने शहर के एक थाने में लोकेंद्र से बैग के अंदर के सामान के बारे में पूछताछ की। अब एसआईटी सोनम और राजा के मोबाइल, बैग में रखा कैश, पिस्टल और कुछ दस्तावेज के बारे में छोटी से छोटी डिटेल का पता लगाएगी। इस बीच अफसरों ने बिल्डर के फ्लैट की तलाशी भी ली थी। जानकारी मिल रही है कि ये वो सबूत हैं जिनके बारे में लोकेंद्र को सबकुछ पता है। क्योंकि सोनम का काला बैग भी उसी के कहने पर जलवाया गया था।
इन किरदारों ने पुलिस की आंखों में धूल झोंकने का किया प्रयास
1. शिलॉम जैम्स, प्रॉपर्टी एजेंट इसी ने आरोपी विशाल चौहान के जरिए सोनम के प्रेमी राज कुशवाह को फ्लैट किराये पर दिलवाया। 9 जून को सोनम के पकड़े जाने के बाद 10 जून को बंद फ्लैट से बैग निकाला। इसमें पिस्टल, ५ लाख रुपए और अन्य सामान थे। बैग निपानिया में जलाया। 2. लोकेंद्र तोमर, बिल्डिंग मालिक पूछताछ में प्रॉपर्टी एजेंट शिलोम ने बताया, सोनम के फ्लैट की दूसरी चाबी लोकेंद्र के पास थी। उसने फ्लैट से कीमती सामान उड़ाए। बाद में शिलोम को बैग जलाने को कहा। फ्लैट के पास कार वर्कशॉप की सीसीटीवी फुटेज को भी डिलीट कराने का प्रयास किया।
3. बल्ला उर्फ बलवीर अहिरवार, गार्ड अशोकनगर के मदगन गांव का रहने वाला है। वह सोनम के फ्लैट का गार्ड था। उसकी भूमिका संद्गिध मिली है।
ऐसे गिरफ्त में आए तीनों राजदार
बताते हैं, जिस फ्लैट में सोनम छिपी थी, उसके सामने कार शोरूम है। यहां लगे सीसीटीवी कैमरों की पुलिस ने फुटेज चेक की। इसमें प्रॉपर्टी एजेंट शिलोम फ्लैट से बैग ले जाते दिखा। चौकदार बलवीर भी साथ देता दिखा। शिलोम पकड़ाया तो गुनाह कबूला। निपानिया में सोनम के फ्लैट से मिला लैपटॉप बैग फेंकने की बात बताई। तब लोकेंद्र तोमर का नाम भी बताया।
तीनों आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर ले जाएगी मेघालय पुलिस
सोनम रघुवंशी के साथ शामिल इन तीनों आरोपियों को मेघालय पुलिस तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर ले जाने की तैयारी कर चुकी है। इसके लिए आज मंगलवार 24 जून को मेघालय पुलिस जिला कोर्ट में लोकेंद्र तोमर को आरोपी बनाएगी और उसे पेश कर ट्रांजिट रिमांड मांगेगी। जबकि दोनों आरोपी गार्ड और बिल्डिंग मालिक लोकेंद्र