loot case : जिले के भेड़ाघाट बायपास के पास बहदन नहर पुल पर फायनेंस कंपनी के कलेक्शन एजेंट से लूट करने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। तीन अभी फरार हैं। पुलिस ने बताया कि वारदात का मास्टरमाइंड एजेंट का रूम पार्टनर है। उसने साथियों के साथ वारदात को अंजाम दिया था। उसे कंपनी में किए गए गबन की राशि चुकानी थी। गोरखपुर सीएसपी एचआर पांडे के मुताबिक मुडेरी निवासी सचिन मेहरा और सतधारा कुमी निवासी सचिन पटेल को गिरफ्तार किया गया है। मेहरा से 70 हजार और सचिन पटेल से 5 हजार रुपए जब्त किए गए हैं।
पुलिस के अनुसार 11 दिसंबर को बहदन नहर पुल के पास फायनेंस कंपनी के कलेक्शन एजेंट विवेक कुमार काछी का 98 हजार रुपयों से भरा बैग लूट लिया गया था। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की तो संदेह की सुई विवेक के करीबियों पर ही टिक गई। सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध नजर आए तीन युवकों की पहचान गोहलपुर निवासी हर्ष विश्वकर्मा, आनंद श्रीवास और रोहित कोल के रूप में हुई। मोबाइल कॉल डिटेल से पता चला कि आनंद श्रीवास की बात विवेक के रूम पार्टनर सचिन मेहरा से घटना के दिन हुई थी। सचिन के हिरासत में आते ही लूट का राज खुल गया। उसने बताया कि आनंद के जरिए लुटेरे बुलाए और प्लान बनाया।
loot case : 45 हजार रुपए का किया गबन
सचिन मेहरा ने पुलिस को बताया कि उसने कंपनी में 45 हजार रुपए की गड़बड़ी की थी। उसे कंपनी में रुपए जमा करने थे। उसने अपने जूनियर अधारताल निवासी सचिन पटेल से चर्चा की। सचिन पटेल ने अपने दोस्त हर्ष विश्वकर्मा, आनंद श्रीवास से सचिन मेहरा की मुलाकात कराई थी। चारों ने विवेक को लूटने की साजिश रची। लूट के बाद 80 हजार सचिन मेहरा और 7 हजार सचिन पटेल को दिए थे। 69 हजार रुपए हर्ष विश्वकर्मा, आनंद श्रीवास और रोहित कोल ने रख लिए। पुलिस बाकी आरोपियों का पता लगा रही है।
loot case : इधर स्टेशन में युवक पर हमला करने का आरोपी गिरफ्तार
मुख्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म-2 पर एक सप्ताह पहले ओएफजे कर्मचारी पर जानलेवा हमला करने वाले को जीआरपी ने मेडिकल सर्वेंट क्वार्टर से गिरफ्तार कर लिया। वारदात में एक नाबालिग भी शामिल है। आरोपी कंजड़ मोहल्ला घमापुर निवासी अभय चौधरी ने बताया कि उसने लूट की नीयत से नाबालिग को साथ लेकर वारदात की थी। लापरवाही पर रेल एसपी शिमाला प्रसाद तीन आरक्षकों को निलम्बित कर दिया था।
loot case : किराए के मकान में छिपे
जीआरपी थाना प्रभारी बलराम यादव ने बताया कि मेडिकल में भर्ती घायल सुजीत से पूछताछ और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू की। साइबर पुलिस की भी मदद ली गई। फुटेज की जांच से आरोपियों के धनवंतरि नगर स्थित मेडिकल सर्वेंट क्वार्टर में रहने की सूचना मिली। किराए के मकान में छिपे मिले। गिरफ्तार कर दो को जेल भेजा।
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