Oath Ceremony: महापौर संजय पांडेय को सौंपी गई शहर की चाबी
दंतेश्वरी मंदिर के सामने हुए समारोह के मुख्य अतिथि डिप्टी सीएम अरुण साव थे। उन्होंने इस दौरान कहा कि नवनिर्वाचित महापौर और पार्षद अटल विश्वास पत्र में किए गए हर वादे को पूरा कर
जगदलपुर शहर को स्वच्छ, सुंदर और सुविधापूर्ण बनाने का काम करेंगे। साव ने कहा कि राज्य सरकार जगदलपुर शहर की तरक्की के लिए हर संभव सहयोग देगी। कार्यक्रम के अंत में निर्वतमान महापौर सफिरा साहू ने महापौर संजय पांडेय को शहर की चाबी सौंपी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और विधायक किरण देव कर रहे थे। उन्होंने मंच से पूछा कि क्या कांग्रेस के पार्षद नहीं आए हैं तो जवाब मिला नहीं। इस पर देव ने कहा कि यह संवैधानिक कार्यक्रम था तो कांग्रेस के पार्षदों को आना था। समारोह को संबोधित करते हुए सांसद महेश कश्यप ने निर्वाचित महापौर और पार्षदों को बधाई दी।
केदार बोले- 50 साल के हिसाब से कार्ययोजना बने
वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि शहर में अब जो भी काम हो वह आगामी 50 वर्ष की जरूरतों के हिसाब से हो। उन्होंने कहा कि पिछले 15 महीने में प्रदेश के नगरीय निकायों में 7500 करोड़ रुपए के काम हुए हैं। वहीं जगदलपुर शहर के लिए 82 करोड़ रुपए दिए गए हैं।
सनातनी परंपरा से दूर हो जाते हैं कांग्रेसी
कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए महापौर संजय पांडेय ने कहा कि जहां भी सनातनी परंपरा दिखती है वहां से कांग्रेसी दूर हो जाते हैं। हमने उनके बड़े नेताओं से बात की थी फिर भी वे नहीं आए। 16 कुर्सियां खाली रह गईं। महापौर ने कहा कि शहर की जनता ने मुझ पर भरोसा जताया है। शहर के विकास के लिए काम करेंगे। जो-जो वादे किए गए हैं अब उन वादों को पूरा करेंगे। पिछले 9 सालों में शहर सरकार कांग्रेस की थी। विकास नहीं हुआ, लेकिन अब भाजपा की सरकार में लोगों के हित में काम होंगे। बैठक के साथ कार्यप्रणाली में बदलाव के संकेत
महापौर संजय पांडेय ने शपथ तो ले ली लेकिन शनिवार को निगम दतर बंद होने की वजह से पदभार नहीं लिया। अब वे सोमवार सुबह 11 बजे निगम में अपने चेंबर में पूजा-पाठ के साथ पदभार ग्रहण करेंगे। इसके साथ ही वे निगम के अधिकारियों की बैठक भी लेंगे। इस बैठक में निगम की कार्यप्रणाली में बदलाव होने के संकेत मिल रहे हैं। महापौर शुरुआत से कह रहे हैं कि वे जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ आगे बढ़ेंगे। ऐसे में उनकी पहली बैठक से बड़ा संदेश बाहर आ सकता है।
पत्नी के साथ बुलेट से पहुंचे महापौर पांडेय
महापौर संजय पांडेय मैत्री संघ गली स्थित अपने निवास से समारोह स्थल तक बुलेट पर सवार होकर पहुंचे। उनके साथ उनकी धर्मपत्नी रेखा पांडेय थीं। महापौर का यह अंदाज शहर में चर्चा का विषय बना रहा।
शपथ के बाद जिलाध्यक्ष बोले- कांग्रेसी पार्षद भारी पड़ेंगे
Oath Ceremony: भाजपा के शपथ ग्रहण का बायकॉट करते हुए कांग्रेस के 16 पार्षदों ने कलेक्ट्रेट में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। उन्हें कलेक्टर ने शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण के बाद जिलाध्यक्ष सुशील मौर्य ने कहा कि दंतेश्वरी मंदिर के सामने जो शपथ ग्रहण हुआ वह भाजपा का शपथ ग्रहण था। यहां अध्यक्षता भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव कर रहे थे। अगर
मंत्री केदार कश्यप या सांसद महेश कश्यप अध्यक्षता करते तो समझ आता लेकिन प्रदेश अध्यक्ष कैसे सरकारी कार्यक्रम की अध्यक्षता कर सकते हैं। भाजपा अगर को चाहिए था कि प्रोटोकॉल का पालन करती लेकिन ऐसा नहीं हुआ इसलिए हम समारोह से दूर रहे। मौर्य ने कहा कि हमारे 16 पार्षद भाजपा के 30 पार्षदों पर भारी पड़ेंगे। शहर की जनता के मुद्दों पर हम जूझते रहेंगे।
समारोह की खास झलकियां
10.30 बजे शुरू होने वाला कार्यक्रम 11.45 पर शुरू हुआ मंत्रोच्चार- शंखनाद के बीच महापौर ने मां दंतेश्वरी की पूजा की। डिप्टी सीएम अरुण साव के आते ही महापौर ने शपथ दोहराई। भाजपा के सभी 30 पार्षदों ने एक साथ शपथ ली, ऐसा पहली बार। नेताओं को खरसिया के शपथ में जाना था तो शॉर्ट में भाषण पूरा किया। भाषण होते ही सफिरा साहू ने महापौर पांडेय को शहर की चाबी दी।
महापौर ने एक-एक व्यक्ति-संगठन का नाम लेकर आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम खत्म होते ही महापौर और पार्षदों की अतिथियों के साथ ग्रुप फोटो हुई।