कन्हैयालाल हत्याकांड को 3 वर्ष बीते पर अभी तक नहीं मिला न्याय, अशोक गहलोत का बड़ा बयान
Kanhaiyalal Murder Case : उदयपुर के चर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड में परिजनों को अभी तक न्याय नहीं मिला। करीब तीन साल बीत गए हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता अशोक गहलोत ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा ने इस मामले का राजनीतिक इस्तेमाल खूब किया। जानें और क्या-क्या कहा?
Kanhaiyalal Murder Case : उदयपुर के चर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड में परिजन को अभी तक न्याय नहीं मिला। करीब तीन साल बीत गए हैं। स्व. कन्हैयालाल साहू की तीसरी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कांग्रेस के दिग्गज नेता अशोक गहलोत ने भाजपा सरकार पर तंज कसा। अशोक गहलोत ने अपने सोशल मीडिया अकांउट X पर लिखा कि यह बेहद दुख का विषय है कि 3 वर्ष बीत जाने के बाद भी उन्हें एवं उनके परिवार को न्याय नहीं मिल सका है। भाजपा ने इस मामले का राजनीतिक इस्तेमाल खूब किया पर न्याय के लिए प्रयास नहीं किया जबकि यह एकदम स्पष्ट मामला है। जिसमें पूरा क्राइम और उसका कबूलनामा तक वीडियो पर रिकॉर्ड है।
अशोक गहलोत ने लिखा कि हमारी सरकार के दौरान की मामलों में बेहद कम समय में अदालत के माध्यम से त्वरित न्याय दिया गया। इस मामले में भी केवल 4 घंटे में आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया। उसी रात NIA ने केस ले लिया और आज तक न्याय का इंतजार है। भाजपा ने 5 लाख-50 लाख का झूठा प्रचार कर जनता में भ्रम फैलाया और वोट लिए।
मामले में कोई विशेष या फास्ट ट्रैक क्यों नहीं बनाई गई…
अशोक गहलोत ने आगे लिखा कि यह केन्द्र सरकार और NIA की असफलता है कि तीन साल होने को बाद भी 166 में से 6 गवाहों की गवाही हो सकी है। इस जघन्य मामले में भी कोई विशेष अदालत या फास्ट ट्रैक अदालत नहीं बनाई गई। वर्तमान में तो सीबीआई कोर्ट के अतिरिक्त प्रभार पर यह मामला चल रहा है।
अशोक गहलोत ने लिखा कि अब इस हत्याकांड पर फिल्म आ रही है। सब जानते हैं कि इस फिल्म का राजनीतिक लाभ किसे होगा, परन्तु अभी तक इंसाफ नहीं होता दिख रहा है। मेरा मानना है कि यदि NIA ने यह केस राजस्थान पुलिस से नहीं लिया होता तो बहुत पहले ही इन दोषियों को सजा सुनाई जा चुकी होती।
स्व. श्री कन्हैयालाल साहू की तीसरी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं ।
यह बेहद दुख का विषय है कि 3 वर्ष बीत जाने के बाद भी उन्हें एवं उनके परिवार को न्याय नहीं मिल सका है। भाजपा ने इस मामले का राजनीतिक इस्तेमाल खूब किया पर न्याय के लिए प्रयास नहीं किया जबकि यह एक दम…
भाजपा प्रवक्ता रही नुपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर एक व्यक्ति ने 11 जून को कन्हैयालाल के खिलाफ रिपोर्ट दी थी। इसके बाद कन्हैयालाल को धमकियां मिलने लगी। कन्हैयालाल ने जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा मांगी थी। पुलिस ने समझौता कराकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। इसके बाद 28 जून 2022 को कन्हैयालाल की हत्या हो गई। हमलावरों ने घटनाक्रम का पूरा वीडियो बनाकर वायरल भी कर दिया था।