पुलिस के अनुसार एकलव्य कॉलोनी स्थित भगोरा परिवार के निजी आवास पर यह घटना हुई। सुबह जब परिजनों ने आशीष को नहीं देखा तो तलाश शुरू की गई। इसके बाद उन्हें एक कमरे में फंदे पर लटका देखा। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस के अनुसार अनुसार कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, हालांकि मोबाइल और अन्य दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
पूर्व सांसद महावीर भगोरा का नाम राजनीति में बड़ा नाम रहा है। वे भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे और विधायक, मंत्री से लेकर सांसद तक का सफर तय किया था। हालांकि उनका जीवन भी विवादों से अछूता नहीं रहा। 22 जुलाई 2008 को लोकसभा में हुए वोट के बदले नोट कांड में उनका नाम सामने आया था। संसद में एक करोड़ रुपये लहराने की घटना ने देशभर में सनसनी मचा दी थी, जिसमें महावीर भगोरा समेत कई नेताओं पर कार्रवाई हुई थी, इस मामले में उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।
चार साल पहले महावीर भगोरा का निधन कोरोना संक्रमण के चलते हो गया था। उनके निधन के बाद से परिवार में आशीष ही प्रमुख सदस्य के रूप में देखे जा रहे थे। अब उनके निधन की खबर से इलाके में शोक की लहर है।