आरजीएचएस के तहत अब 75 वर्ष से अधिक आयु के पेंशनर्स और चलने-फिरने में असमर्थ लोगों को स्वयं आकर फोटो खिंचवाने की बाध्यता से छूट दी गई है। लेकिन 75 वर्ष से कम आयु वाले और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे पेंशनर्स को यह छूट नहीं मिल रही।
बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त 73 वर्षीय पेंशनर शिवरतन को तीन दिनों से दवा नहीं मिल पाई। उनके बेटे ने बताया कि वर्ष 2011 से उन्हें यूरिन समस्या, घुटनों की खराबी और हृदय रोग से पीड़ित हैं। 15 दिन पहले तक उनकी दवाओं की पर्ची आसानी से कट जाती थी, लेकिन अब 75 वर्ष की बाध्यता का हवाला देकर पर्ची नहीं बनाई जा रही है। उनके पिता चल फिर नहीं सकते।
शिवरतन के बेटे के अनुसार, अस्पताल में यह जानकारी भी नहीं दी गई कि चिकित्सक की अनुशंसा पर उनके पिता को स्वयं आने की जरूरत नहीं होगी। ऐसे में पेंशनर्स और उनके परिवारजन के लिए दवा लेना मुश्किल होता जा रहा है।