क्या कहा था रमेश बिधूड़ी ने?
चुनाव प्रचार के दौरान वायरल हुए एक वीडियो में बिधूड़ी ने कहा कि लालू यादव ने कहा था कि बिहार की सड़कें हेमा मालिनी के गालों जैसी बना देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि कालकाजी में सड़कें प्रियंका गांधी के गाल जैसी बना दूंगा। उनकी इस टिप्पणी पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने कड़ा विरोध जताया है।
अशोक गहलोत का बयान
अशोक गहलोत ने रमेश बिधूड़ी के बयान को घृणास्पद और महिलाओं के सम्मान के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि देश में जिस तरह का माहौल बनाया जा रहा है, यह बेहद चिंताजनक है। बिधूड़ी जैसे नेता महिलाओं के खिलाफ इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो पूरी तरह से निंदनीय है। भाजपा को इस बयान पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए थी, लेकिन अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं का सम्मान सुनिश्चित करना सभी नेताओं की जिम्मेदारी है। लेकिन भाजपा नेताओं की चुप्पी से यह स्पष्ट हो गया है कि उनके लिए महिला सम्मान कोई मायने नहीं रखता। यह घटना देश की राजनीति में बढ़ रहे ध्रुवीकरण और असंवेदनशीलता का प्रतीक है।
गहलोत ने BJP की चुप्पी पर उठाए सवाल
गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा की राजनीति केवल ध्रुवीकरण पर आधारित है। चुनाव जीतने के लिए वे किसी भी हद तक जा सकते हैं। लेकिन इसका दीर्घकालिक प्रभाव देश की एकता और सामाजिक सौहार्द पर पड़ेगा। सत्ता में बैठे नेताओं, विशेषकर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री, की यह जिम्मेदारी है कि वे इस तरह के बयानों पर तुरंत कार्रवाई करें।
अशोक गहलोत ने कहा कि अफसोस इस बात का है उस बयान के बाद में बीजेपी के नेताओं ने कोई तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की जो करनी चाहिए थी जिस प्रकार से, एक्शन करना चाहिए था, क्या एक्शन किया? तो आप समझ सकते हो कि देश किस दिशा में जा रहा है।
मैं घटना की निंदा करता हूं- गहलोत
उन्होंने कहा कि बहुत ही गंभीर हालात हैं देश में, ध्रुवीकरण की राजनीति ऐसी हो गई है उसके कारण चुनाव तो जीते जा सकते हैं पर देश और प्रदेश जो हैं देश के, उनमें क्या स्थिति बनेगी आने वाले वक्त में,कैसे हम प्यार मोहब्बत से रहेंगे,किस प्रकार आपस में भाई-भाई की तरह रहेंगे, इस पर बहुत बड़ा क्वेश्चन मार्क लग गया है। इसको समझने की आवश्यकता है, सभी को, सबसे ज़्यादा जिम्मेदारी होती है सरकार में बैठे हुए लोगों की चाहे वो प्रधानमंत्री हों चाहे गृह मंत्री हों चाहे उनका मंत्रिमंडल हो,जो सत्ता पक्ष होता है उसकी बड़ी जिम्मेदारी होती है, बड़ी चिंतनीय बात है। मैं पूरी घटना की निंदा करता हूं, घोर निंदा करता हूं।