उन्होंने कहा कि आप पार्टी के लोग खुद को ईमानदारी का जनक बताते थे लेकिन सत्ता में आते ही भ्रष्टाचार में आकंठ डूब गए और आप भी कांग्रेस के पद चिह्नों पर चल रही है। ये लोग जाति और धर्म की बात करते हैं, लेकिन भाजपा सबका साथ, सबका विकास की राह पर चलते हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के सिद्धांतों पर कार्य करती है।
सीएम शर्मा ने कहा कि आम आदमी पार्टी जनता को झूठे सपने दिखाकर सत्ता में आई और दिल्ली में भ्रष्टाचार का मॉडल दिया। क्लासरूम बनाने के नाम पर इन्होंने 1300 करोड़ रूपये का घोटाला किया। स्वास्थ्य क्षेत्र में भी 65 हजार फर्जी लैब परीक्षण कर 300 करोड़ रूपये का घोटाला किया। साथ ही, इन्होंने 2,800 करोड़ रूपये का शराब घोटाला भी किया। घोटालों के कारण इनके विधायक, मंत्री ही नहीं मुख्यमंत्री भी जेल गए।
‘PM मोदी ने सभी वर्ग को दिया सम्मान’
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवा, महिला, किसान और मजदूर को आगे बढ़ाने और सम्मान देने का काम किया है। उनके नेतृत्व में वर्ष 2014 के बाद गरीब कल्याण, देश के विकास, आतंकवाद-नक्सलवाद के खात्मे और दुनिया में भारत के बढ़ते गौरव के रूप में हमने देश में परिवर्तन देखा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान, हरियाणा और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में भी भाजपा की डबल इंजन की सरकारें अपने घोषणा पत्रों के वादे पूरे करते हुए लगातार जनहित और विकास के कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि देश की राजधानी होने के बावजूद दिल्ली का बुरा हाल है। यह ‘दिया तले अंधेरा’ जैसी स्थिति है।
‘केजरीवाल का रैवया महिला विरोधी’
सीएम भजनलाल ने कहा कि केजरीवाल और उनकी पार्टी का रवैया पूरी तरह महिला विरोधी है। अपनी ही पार्टी की महिला सांसद को घर बुलाकर अभद्रता की गईं। जब वे अपनी पार्टी की महिला सांसद को सुरक्षा नहीं दे सकते, तो दिल्ली की आम महिलाओं की स्थिति का क्या होगा, यह हम सब समझ सकते हैं। उन्होंने कहा कि छठ पूजा के दौरान यमुना के गंदे और झाग भरे पानी में महिलाओं को खड़ा होना पड़ा। आप के नेता अपनी पत्नी के साथ हिंसा करते हैं और केजरीवाल चुप्पी साधे रहते हैं। आम आदमी पार्टी लोकपाल लाने की बात कहती थी, मगर अपने वादे पर खरी नहीं उतरी।
मुख्यमंत्री ने जनता से अपील करते हुए कहा कि हम एक मटका भी खरीदकर लाते हैं तो उसे अच्छी तरह ठोक बजाकर देखते हैं। इसी प्रकार पांच साल के लिए सरकार चुनते समय भी हमें अपने हितों के बारे में सोच-समझकर वोट देना चाहिए।