मैं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से अपील करता हूं कि सभी राजनीतिक दलों में सम्मानित डॉ मनमोहन सिंह जी के अंतिम संस्कार तथा स्मारक के लिए विशेष जगह आवंटित कर यादगार स्मारक बनाए जिससे आने वाली युवा पीढ़ी उनके व्यक्तित्व के बारे में जान सके एवं उनसे प्रेरणा ले सके।
डॉ. मनमोहन सिंह का देश के विकास में अद्वितीय योगदान रहा। देश का सबसे बड़ा आर्थिक सुधार आर्थिक उदारीकरण उनके कार्यकाल में हुआ जिससे भारत एक आर्थिक शक्ति बना है। डॉक्टर साहब की बदौलत भारत 2008 की वैश्विक मंदी से बचा जिससे भारत की अर्थव्यवस्था सुरक्षित रहे और करोड़ों लोगों की आजीविका सुरक्षित रही। उनके नेतृत्व में भारत-अमेरिका के बीच सिविल परमाणु करार हुआ जिसका लाभ आने वाले लम्बे समय तक देश को मिलता रहेगा।
भारत के पहले और अभी तक के एकमात्र सिख समुदाय से आने वाले प्रधानमंत्री थे। पूरी दुनिया में डॉ मनमोहन सिंह जी का सम्मान था। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का कहना है कि जब डॉ मनमोहन सिंह जी बोलते थे तो पूरी दुनिया सुनती थी। देश के लिए अलग-अलग भूमिकाओं में अपना पूरा जीवन अर्पित कर देने वाले डॉ मनमोहन सिंह जी की आखिरी विदाई बेहद सम्मानजनक एवं गरिमापूर्ण होनी चाहिए।
केन्द्र सरकार ने डॉ मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर करने का आदेश निकाला है जो उनके महान व्यक्तित्व के अनुरूप नहीं है। 2010 में जब पूर्व उपराष्ट्रपति श्री भैरों सिंह शेखावत का देहांत हुआ तो हमारी सरकार ने पार्टी पॉलिटिक्स से ऊपर उठकर उनके अंतिम संस्कार के लिए जयपुर के विद्याधरनगर में विशेष जगह दी एवं वहां उनका स्मारक बनाया। इस निर्णय की सबने सराहना की थी। पूर्व सीएम की इस पोस्ट पर लोग मिली जुली प्रतिक्रिया दे रहे हैं।