काजू में राहत
बेनिन, तंजानिया, रत्नागिरी और गोवा से काजू की बंपर आवक ने मंदी में भी राहत दी है। काजू के दाम 1000-1400 रुपए से घटकर 800-1200 रुपए प्रति किलो हो गए हैं।आयात-निर्यात पर प्रभाव
भारत ईरान से पिस्ता, किशमिश, और मामरा बादाम, जबकि अफगानिस्तान से खुबानी, अंजीर, और अखरोट आयात करता है। बदले में, भारत ईरान को बासमती चावल, चाय, मसाले, और चीनी निर्यात करता है। पाकिस्तान सीमा बंद होने से अफगान आपूर्ति ठप है, और इजराइल-ईरान युद्ध ने शिपिंग लागत बढ़ा दी है, जिससे भारत का निर्यात भी प्रभावित हुआ है। व्यापारी सरकार से आयात शुल्क में राहत और वैकल्पिक आपूर्ति की मांग कर रहे हैं।जयपुर में मांग बरकरार, लेकिन चिंता बढ़ी
जयपुर में ड्राई फ्रूट्स की मांग हमेशा से उच्च रही है। यहां रोजाना हजारों किलो काजू, बादाम, अंजीर, मुनक्का, और मखाना बिकता है। पिस्ता, किशमिश, पाइन नट्स, और ब्राजील नट्स की लोकप्रियता भी बढ़ रही है। स्वास्थ्य और वजन नियंत्रण के लिए लोग बेरीज और सीड्स का उपयोग कर रहे हैं। मिठाइयों में ड्राई फ्रूट्स का चलन बढ़ा है, लेकिन कीमतों में वृद्धि चिंता का कारण बनी हुई है। काजू, हालांकि, मंदी के बावजूद अपेक्षाकृत सस्ता रहा है, जो उपभोक्ताओं के लिए राहत की बात है। यदि वैश्विक संकट जारी रहा, तो ड्राई फ्रूट्स की कीमतें और बढ़ सकती हैं, जिससे बाजार पर और दबाव पड़ेगा।काजू में राहत
बेनिन, तंजानिया, रत्नागिरी, और गोवा से काजू की बंपर आवक ने मंदी में भी राहत दी है। काजू के दाम 1000-1400 रुपए से घटकर 800-1200 रुपए प्रति किलो हो गए हैं।मुनक्का 800 से 1000
काली किशमिश 350 से 400
ईरानी पिस्ता 1500 -1700
मामरा बादाम 3000
अंजीर 1500
कंधारी किशमिश 800 से 1000
छुआरा 200-250 बेरीज
क्रेनबेरी (600), ब्लूबेरी (1600), रसबेरी (3000 रुपए/किलो) सभी भाव रुपए प्रति किलो हैं। इनमें 100 से 300 रुपए तक बढ़तोरी हुई है। भाव ब्रांड के अनुसार अलग भी हो सकते हैं।
ड्राई फ्रूट्स और नट्स के भावों में तेजी आई है। यही हालात रहे तो अभी और तेजी हो सकती है। ईरान से आने वाला मामरा बादाम, पिस्ता और केसर के दाम बढ़े हैं। इसी तरह पाकिस्तान से आने वाला छुआरा भी तेज हुआ है।