यह भी पढ़ें नेक्सा एवरग्रीन में हजारों लोगों से करोड़ों रुपए निवेश के नाम पर ठगे गए। इस स्कीम में निवेशकों को फ्लैट, प्लॉट या एक तय समय बाद अधिक रिटर्न देने का वादा किया गया था। शुरुआती दौर में कुछ लोगों को लाभ देकर कंपनी ने लोगों का भरोसा जीता, लेकिन धीरे-धीरे ये स्कीम एक बड़े फ्रॉड में तब्दील हो गई।
यह भी पढ़ें इस घोटाले में राजस्थान पुलिस ने पहले ही कई एफआईआर दर्ज की थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए अब ईडी ने इस पर मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जांच शुरू कर दी है। जांच एजेंसी ने राजस्थान पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखकर केस से जुड़ी जानकारियां जैसे आरोपियों की संपत्तियाँ, बैंक अकाउंट्स, वाहन, ज़मीन आदि की सीज जानकारी ली है।
बताया जा रहा है कि नेक्सा एवरग्रीन कंपनी ने गुजरात के धोलेरा सिटी के पास जमीन खरीदने और बेचने का कारोबार शुरू किया था। धोलेरा सिटी को भविष्य का स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट बताकर लोगों को बड़े मुनाफे का लालच दिया गया। इस लालच में आकर करीब 70 हजार लोगों ने लगभग 2700 करोड़ रुपए का निवेश कर दिया।
जब लोगों को समझ आया कि यह एक धोखाधड़ी है और कंपनी के संचालक भागने की तैयारी कर रहे हैं, तब उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। इसके बाद राज्य पुलिस और अब ईडी ने जांच को आगे बढ़ाया है। इससे पहले भी ईडी ने घोटाले के मामले में छापेमारी की थी।