ईडी द्वारा सर्च ऑपरेशन की कार्रवाई सीकर, जयपुर, जोधपुर, झुंझुनू सहित गुजरात के अहमदाबाद में भी की जा रही है। बताया जा रहा है कि “नेक्सा एवर ग्रीन नाम के प्रोजेक्ट” के मार्फत हजारों लोगों को चूना लगाने की जांच हो रही है। इस प्रोजेक्ट में पैसे लगाने पर एक समय के बाद फ्लैट या जमीन से ज्यादा रेट पर पैसे वापस लौटने का देने का भरोसा दिया गया था।
बता दें कि इस मामले में राजस्थान पुलिस के द्वारा आरोपियों के खिलाफ करीब सैकड़ों एफआईआर दर्ज की गई है। जांच एजेंसी द्वारा अब मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत सर्च ऑपरेशन की कार्रवाई की जा रही है।
पूरा मामला…
नेक्सा एवरग्रीन कंपनी का रजिस्ट्रेशन अहमदाबाद में 17 अप्रैल 2021 को हुआ। जिसके मालिक सीकर के पनलावा निवासी सुभाष बिजारणियां व रणवीर बिजारणियां हैं। रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज अहमदाबाद के रिकॉर्ड से पता चलता है कि यह कंपनी रियल एस्टेट एक्टिविटी के लिए रजिस्टर्ड कराई गई थी। खास बात है कि इन कंपनियों में डायरेक्टर अलग-अलग थे। लोगों को झांसे में लेने के लिए सारे प्रोजेक्ट और कंपनी के नाम अधिकतर धोलेरा सिटी के नाम पर ही रखे गए थे। नेक्सा एवरग्रीन कंपनी में निवेश के नाम पर ठगी का शिकार हुए लोगों की संख्या 62 हजार बताई जाती है। जिनसे करीब 2700 करोड़ रुपए ठगे गए। इनमें से करीब 1400 करोड़ रुपए तो आरोपियों ने लाभांश के रूप में निवेशकों को वापस लौटा दिए। जबकि 400 करोड़ रुपए बोनस या अन्य पुरस्कारों के रूप में बांट दिए। बाकी राशि की उन्होंने धोलेरा सिटी में एक हजार बीघा जमीन के अलावा अलग- अलग जगहों पर जमीन, होटल्स, रिजोर्ट व खानें खरीद ली।