Rajasthan Rains: राजस्थान के इस जिले में झमाझम बारिश, आंधी में टूटे 84 बिजली पोल और 6 ट्रांसफार्मर, खेत-सड़क लबालब
Rajasthan Rains: राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में पिछले 2 दिन में जमकर बारिश हुई है। चने के आकार के ओले गिरने से किसानों का बड़ा नुकसान हुआ है। भारी बारिश के बाद सड़क और खेत पानी से भर गए हैं। कुछ इलाकों में रुक-रुककर बारिश हो रही है। बिजली आपूर्ति ठप हो गई है।
भारी बारिश के बाद सड़क पर भरा पानी ( फोटो – पत्रिका)
Rajasthan Rains: श्रीगंगानगर। पिछले दो दिनों में लगभगर पूरे जिले में जमकर बरसात हुई है। अनूपगढ़ क्षेत्र में हुई झमाझम बारिश के बाद 16 एमएम बरसात दर्ज की गई है। खेतों में बरसात का पानी भर गया है। ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है। नौतपा समाप्त होने के साथ ही हुई बरसात के बाद मौसम ठंडा हो गया है। हाल ही में बिजाई की गई फसलें बरबाद हो गई हैं।
अनूपगढ़ क्षेत्र में मंगलवार देर शाम आए तेज तूफान, बरसात और ओलावृष्टि का क्रम बुधवार सुबह सवा 6 बजे तक जारी रहा। बुधवार सुबह साढ़े चार बजे एक बार फिर झमाझम बरसात शुरु हो गई। तहसील कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह 16 एमएम पानी बरसा। इस दौरान चने के आकार के ओले भी गिरे।
तेज आंधी से किसानों को नुकसान
तूफान का सबसे ज्यादा असर किसानों पर पड़ा। भारतीय किसान संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष जसवंत सिंह चंदी ने बताया कि मंगलवार शाम को तेज अंधड़ के साथ बरसात हुई। गांव 71 जीबी (मोघी), 67 जीबी, 68/2 जीबी, 5 यूडीएम, बांडा, बांडा कॉलोनी, 72 जीबी, 69 जीबी, 65 जीबी व 64 जीबी सहित अन्य इलाके प्रभावित हुए। उन्होंने बताया कि बुधवार सुबह भी बरसात हो गई। सुबह खेतों में पानी खड़ा था। पानी सूखने के बाद सही स्थिति पता चलेगी।
विद्युत आपूर्ति ठप, लाखों का नुकसान
तूफान के कारण विद्युत व्यवस्था भी बुरी तरह चरमरा गई। विद्युत निगम के एइएन मुकेश चौहान ने बताया कि अब तक 84 पोल और 6 ट्रांसफार्मर टूटने की सूचना मिली है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। अधिकतर क्षति बांडा कॉलोनी, 72 जीबी, रामसिंहपुर और 6 पी क्षेत्र में हुई है। मरमत कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
गांव दो डब्ल्यू में गिरे ओले, वातावरण में ठंडक का अहसास
आसमान में बादलों का आवागमन जारी रहने से कस्बे में लगातार दूसरे दिन बुधवार को भी गर्मी से राहत का अहसास हुआ। वहीं, गांव दो डब्ल्यू (गुरुसर) व पांच डब्ल्यू में ओलावृष्टि हुई। ग्रामीणों दीप कुमार, गुरबाज सिंह व जगदेव सिंह से मिली जानकारी अनुसार शाम करीब साढ़े पांच बजे बारिश का दौर शुरू हुआ। इस दौरान करीब पौने छह बजे करीब 15 मिनट तक ओलावृष्टि हुई।
नरमे की फसल को हुआ नुकसान
पहले चने व फिर बेर के आकार के ओले गिरे। इससे हाल ही बीजान की गई नरमे की फसलों को नुकसान पहुंचा। ग्रामीणों ने बताया कि शाम करीब साढ़े छह बजे तक बारिश का दौर चलता रहा। बारिश के दौरान बिजली गुल हो गई जो रात तक भी बहाल नहीं हो पाई। इधर, कस्बे में ठंडी हवाओं के चलने से मौसम खुशनुमा हो गया व लोगों ने गर्मी से राहत महसूस की।
खेत पानी से लबालब
टिब्बा क्षेत्र में पड़ रही भीषण गर्मी तथा आंधियों के दौर से परेशान ग्रामीणों पर बादलों ने जमकर राहत बरसाई। पिछले दो दिनों से टिब्बा क्षेत्र में रूक रूक कर हुई अच्छी बारिश से लोगो को गर्मी से राहत मिली है। इससे खेतों में पानी पानी हो गया हैं। किसान भरत गोदारा,विनोद गोदारा,राकेश शर्मा व बनवारी पूनियां ने बताया कि पिछले दिनों आई तेज आंधी से बची नरमें की फसल को बरसात से नया जीवनदान मिलेगा तथा हरा चारा भी ऊग सकेगा।
चने के आकार के ओले भी गिरे
नौतपा की समाप्त होने के साथ ही क्षेत्र में बरसात से आमजन को गर्मी से राहत मिली है। मंगलवार को रात्रि बरसात के साथ चने आकार के ओले भी गिरे। इससे मौसम सुहावना हो गया। क्षेत्र में 6 एमएम बरसात दर्ज हुई। बरसात को लेकर किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। बरसात से नरमा की फसल को फायदा होगा।
सूरतगढ़ में थोड़ी-थोड़ी देर में हो रही बारिश
सूरतगढ़ थर्मल तापीय परियोजना क्षेत्र में मंगलवार रात्रि से लगातार रुक-रुक कर हो रही झमाझम बारिश से आमजन को गर्मी से राहत मिली है। मंगलवार रात्रि से बुधवार सुबह 11.30 बजे तक रुक रुक कर कभी हल्की तो कभी मध्यम बारिश हुई। जिससे खेतों में उगी नरमे की फसल को फायदा हुआ है। सोमासर के किसान प्रेम सहारण, चक चार एसएमआर के प्रताप नरुका ने बताया कि बरानी खेतो में हुई बारिश से ग्वार, बाजरा, मोठ, मूंग आदि की अगेती बिजाई की जा सकेगी। आसमान में छाए बादलों, बारिश व ठंडी हवाओं का आनंद लेने कॉलोनीवासी आसपास के टिब्बों पर पिकनिक मनाते नजर आए।