पुजारियों का मानदेय 7500 रुपये हुआ
राजस्थान सरकार ने देवस्थान विभाग के मंदिरों में सेवा देने वाले पुजारियों के मानदेय में वृद्धि करने का बड़ा फैसला लिया। अब राज्य के प्रत्यक्ष प्रभार और आत्मनिर्भर श्रेणी के मंदिरों में कार्यरत अंशकालिक पुजारियों का मानदेय 5000 से बढ़ाकर 7500 रुपये प्रति माह कर दिया गया है। इससे पुजारियों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और वे अपनी सेवाएं और अच्छे ढंग से दे सकेंगे।
मंदिरों को मिलेगा अधिक सहयोग
कैबिनेट बैठक में मंदिरों में भोग, प्रसाद, पूजा, उत्सव, पोशाक, जल एवं प्रकाश व्यवस्था के लिए दी जाने वाली राशि को दोगुना करने का फैसला लिया गया। अब प्रत्येक मंदिर को 3000 रुपये प्रति माह मिलेगा, जिससे धार्मिक अनुष्ठान और व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित की जा सकेंगी। मंदिरों के लिए 101 करोड़ रुपये स्वीकृत
राजस्थान सरकार ने देवस्थान विभाग के अंतर्गत आने वाले 6 प्रमुख मंदिरों और 26 आत्मनिर्भर मंदिरों के जीर्णोद्धार, मरम्मत और विकास कार्यों के लिए 101 करोड़ रुपये स्वीकृत किए। इसके अलावा, राज्य के बाहर स्थित राजस्थान सरकार के नियंत्रण वाले मंदिरों का सर्वेक्षण किया जाएगा।
इनकी वास्तविक संख्या का पता लगाने और उन्हें सूचीबद्ध करने का निर्णय भी बैठक में लिया गया। जिन मंदिरों की स्थिति जीर्ण-शीर्ण हो चुकी है, उनके पुनर्निर्माण के लिए 25 करोड़ रुपये अलग से आवंटित किए गए हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित करने के लिए हमारी सरकार पूरी तरह संकल्पबद्ध है। मंदिरों का जीर्णोद्धार और पुजारियों के कल्याण के लिए लिए गए फैसले सनातन संस्कृति को और मजबूती देंगे।
यूपी के सीएम योगी को दिया धन्यवाद
महाकुंभ 2025 पर राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि महाकुंभ हमारी विरासत और संस्कृति का प्रतीक है…यह हमारे पूर्वजों और संतों की विरासत है और ग्रहों की गणना से आता है। हम भाग्यशाली हैं और हम यहां जो भीड़ देख रहे हैं वह एक बड़ी बात है जो हमें केवल भारत में ही देखने को मिलती है। मैं पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किए गए इंतजामों के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देता हूं। लोग देश-विदेश से यहां आ रहे हैं।