लुटेरे दे रहे थे धमकी
शातिर अजय ने डकैतों को रत्न नकली बताए और सोने को 16 कैरेट का बताया। उसने आभूषण मात्र एक लाख रुपए में डकैतों से खरीद लिए थे। बाद में अखबारों के माध्यम से पता चला कि लूट का माल करीब 75 लाख रुपए का है तो उनके होश उड़ गए। लुटेरे अजय से शेष राशि वसूलना चाहते थे, इसके लिए उन्होंने उसे धमकी भी दी। पुलिस की लगातार धर-पकड़ के कारण वे किसी भी ठिकाने पर ज्यादा देर रुक नहीं सके।
अब तक पांच गिरफ्तारी
थानाधिकारी बलबीर सिंह ने बताया कि अजय सहित अब तक लूट मामले में पांच गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। डकैत धर्मवीर उर्फ राहुल जाट, राहुल चौधरी, अरविन्द जाटव उर्फ नेता और अनिकेत उर्फ लाला को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। डकैतों की गैंग के सरगना संतोष सिंह चौहान और विशाल उर्फ बिस्सु अभी फरार हैं। बताया जा रहा है कि करीब पांच लाख रुपए मूल्य की दो अंगूठियां इन्हीं के पास हैं।
डकैत संतोष का भाई है खरीदार अजय
पुलिस ने बताया कि गैंग का सरगना संतोष सिंह है। लूट का माल संतोष के बड़े भाई अजय ने ही खरीदा था। अजय के विरुद्ध टोडाभीम में डकैती की साजिश रचने, भरतपुर में आबकारी एक्ट एवं नवी मुम्बई में आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। गौरतलब है कि साकेत कॉलोनी निवासी बृजमोहन गांधी के साथ 3 जून को वारदात हुई थी। छह डकैत उनसे करीब 75 लाख रुपए के कीमती आभूषण लूट ले गए थे।