पहले समझें क्या है पूरा मामला….
दरअसल 28 साल का दौसा निवासी युवक जयपुर के जालूपुरा इलाके में रहकर नौकरी की तलाश कर रहा था। इस दौरान वह एक कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड का काम कर रहा था। वह अपने गांव के नजदीक रहने वाले समय सिंह और बलराम के साथ रह रहा था। दोनों जालूपुरा इलाके में ही किराये के कमरे में रह रहे थे और जयपुर में अलग-अलग जगहों पर काम कर रहे थे। इस दौरान समय सिंह और दौसा जिला निवासी युवक के बीच नजदीकी बढ़ी और दोनों ने कई बार संबध बनाए। लेकिन कुछ दिन से युवक परेशान था। इस बीच युवक की अचानक तबियत बिगड़ी और 15 मई को उसकी मौत हो गई। माना जा रहा है कि उसने सुसाइड किया था। पुलिस ने उसका शव एसएमएस अस्पताल में रखवाया और बाद में दौसा निवासी उसके परिवार के सदस्यों को इसकी सूचना दी। परिवार के सदस्यों ने दौसा ले जाकर युवक का अंतिम संस्कार कर दिया।
अलमारी से मिला 23 पेज का सुसाइड नोट, पढ़कर भाई हो गया हैरान
मृत युवक के भाई ने समय सिंह और बलराम नाम के युवक के खिलाफ केस दर्ज कराया है। 25 मई को वह अपने मृत भाई का सामान लेने के लिए जयपुर उसके कमरे पर आया। अलमारी में रखा सामान निकालने के दौरान उसे एक सुसाइड नोट मिला जो 23 पेज का था। इस सुसाइड नोट के आधार पर पता चला कि मृत युवक के अपने कथित चाचा से संबध थे। भाई का आरोप है कि समय सिंह और बलराम सिंह ने उसके भोले-भाले भाई का फायदा उठाया और उसके साथ गलत काम किया। इसी तनाव में भाई ने जान दे दी।
23 पेज के सुसाइड नोट में ये सब लिखा गया…
पुलिस का मानना है कि संभव है यह सुसाइड नोट मृत युवक की ओर से ही लिखा गया हो, फिलहाल जांच की जा रही है। लेकिन इस सुसाइड नोट में समय सिंह के लिए काफी कुछ लिखा गया है। मृत युवक के नाम से जो लिखा गया है वह कुछ इस प्रकार है…. चाचा आई लव यू… मैं आपके बिना नहीं रह सकता, आप मेरे रोम-रोम में बसे हुए हो, प्यार एक ही बार होता है फिर चाहे वह लड़का हो या लड़की….। मैं माता लक्ष्मी से प्रार्थना करूंगा कि वह आपको धन और धान्य की कमी नहीं आने दे…। इस तरह से करीब 23 पेज लिखे गए हैं। पुलिस ने कहा कि फिलहाल जांच कर रहे हैं।