ग्राम पंचायतों की संख्या बढ़कर 598
जयपुर जिले में पहले 466 ग्राम पंचायतें थीं। सूत्रों के अनुसार, प्रशासन द्वारा की गई समीक्षा, आपत्तियों के निस्तारण और विस्तृत पुनर्गठन प्रस्ताव के बाद 9 ग्राम पंचायतों को समाप्त किया गया तथा 141 नई ग्राम पंचायतें गठित की गईं। इसके साथ ही अब जिले में ग्राम पंचायतों की कुल संख्या 598 हो गई है।
चार नई पंचायत समितियों का गठन
पुनर्गठन के तहत रामपुरा डाबड़ी, चौमूं, अमरसर और बांसखो नाम से चार नई पंचायत समितियां बनाई गई हैं। इसके साथ ही जयपुर जिले में अब कुल पंचायत समितियों की संख्या 19 से बढ़कर 23 हो गई है।
सबसे बड़ी-सबसे छोटी पंचायत समितियां
जानकारी के मुताबिक पुनर्गठन के बाद सबसे बड़ी पंचायत समिति जमवारामगढ़ बन गई है, जिसमें कुल 40 ग्राम पंचायतें हैं। वहीं, सबसे छोटी पंचायत समिति तूंगा है, जिसमें 17 ग्राम पंचायतें हैं। बता दें, तूंगा और बस्सी पंचायत समितियों को विभाजित कर बनाई गई नई बांसखो पंचायत समिति के कारण तूंगा सबसे छोटी बनी है। इससे पूर्व में गोविंदगढ़ सबसे बड़ी पंचायत समिति थी जिसमें 47 ग्राम पंचायतें थीं। पुनर्गठन के बाद गोविंदगढ़ और चौमूं में अब कुल 61 ग्राम पंचायतें (चौमूं में 34 और गोविंदगढ़ में 27) हो गई हैं।
स्थानीय विकास को मिलेगा बल
गौरतलब है कि भजनलाल सरकार के इस व्यापक पुनर्गठन से स्थानीय प्रशासनिक इकाइयों की कार्यक्षमता बढ़ेगी और ग्रामीण क्षेत्रों तक सरकारी योजनाओं का लाभ अधिक सुगमता से पहुंचेगा। साथ ही जनप्रतिनिधियों को अपने क्षेत्र में विकास कार्यों के बेहतर क्रियान्वयन का अवसर मिलेगा।