पुलिस के मुताबिक, घटना 29 मई को जयपुर के एक किराए के मकान में हुई। जहां महावीर बैरवा और उसकी लिव-इन पार्टनर रोशनबाई रहते थे। दोनों मजदूरी करते हैं। बच्ची ईशिका, रोशनबाई की पहली शादी से थी और महावीर उसका सौतेला पिता है।
एसपी ने क्या बताया
बारां एएसपी राजेश चौधरी ने बताया, झगड़े के दौरान महावीर और रोशनबाई ने मिलकर बच्ची का गला घोंट दिया था। अगले दिन यानी 30 मई को महावीर ने शव को एक प्लास्टिक बैग में बंद किया और उसे अपने पैतृक गांव जाटीपुरा ले गया। वहां उसने शव को अलमारी में छिपा दिया और मौके से फरार हो गया।
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घटना का खुलासा हुआ तब, जब…
घटना तब सामने आई जब महावीर के पिता जयराम बैरवा को अलमारी से तेज दुर्गंध आने लगी। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने जब अलमारी खोली तो उसमें प्लास्टिक बैग में बंद बच्ची का शव बरामद हुआ। जयराम की शिकायत पर पुलिस ने भंवरगढ़ थाने में महावीर और रोशनबाई के खिलाफ हत्या का जीरो एफआईआर दर्ज किया। इसके बाद महावीर को गिरफ्तार कर लिया गया और सबूतों सहित जयपुर पुलिस के हवाले कर दिया गया।बता दें कि रोशनबाई को भी हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस के अनुसार, महावीर बैरवा का आपराधिक इतिहास रहा है। उसके खिलाफ पहले से हत्या के दो मामले दर्ज हैं और वह हाल ही में आठ साल की सजा काटने के बाद जमानत पर रिहा हुआ था। बच्ची के शव का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद उसे परिवार को सौंप दिया गया है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।