पुलिस ने इनको परीक्षा से एक दिन पहले तीन मई को पकड़ा और तीन ब्लूटूथ, परीक्षा संबंधित फर्जी दस्तावेज, 50 हजार रुपए और एक एसयूवी व अन्य उपकरण बरामद किए हैं। गैंग ने डमी अभ्यर्थी से 5 लाख रुपए में सौदा तय किया था। डमी अभ्यर्थी को अग्रिम 50 हजार रुपए दे भी दिए थे। डमी अभ्यर्थी से उक्त रकम बरामद की गई।
डीसीपी (वेस्ट) अमित कुमार ने सोमवार को इसका खुलासा करते हुए बताया कि हरमाड़ा स्थित बिचपड़ी निवासी डमी अभ्यर्थी जितेन्द्र शर्मा (24), मंगलम सिटी (चौमूं) निवासी मूल अभ्यर्थी रोहित गोरा, चौमूं के चिमनपुरा हाल करणी विहार में जगदम्बा नगर निवासी अजीत कुमार बराला, सामोद के कुशलपुरा हाल जगदम्बा नगर निवासी सोहनलाल चौधरी व सामोद के गोविंद देवजी का रास्ता निवासी संजय चौधरी को गिरफ्तार किया। आरोपी अजीत व सोहन राष्ट्रीय आयुर्वेदिक संस्थान जोरावर सिंह गेट से पीजी कर रहे हैं।
डीसीपी अमित कुमार ने बताया कि एसओजी ने गिरोह के संबंध में इनपुट दिया था। तब भांकरोटा थाने के एसआई सुरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में तकनीकी सैल के दिनेश शर्मा व कांस्टेबल सागर की टीम बनाई गई।
एआइ टूल से तैयार की थी फोटो
अमित कुमार ने बताया कि टीम ने शनिवार को परीक्षा से पहले करणी विहार स्थित जगदम्बा नगर में दबिश देकर अजीत कुमार, सोहन लाल व जितेन्द्र को पकड़ लिया। आरोपियों ने उदयपुर में एआइ टूल से मिक्सिंग करके तैयार की गई फोटो से फॉर्म भरा था। अजीत व सोहन जयपुर आयुर्वेद यूनिवर्सिटी से बीएमएस कर रहे है। आरोपी जितेन्द्र पहले बीएएमएस कर रहा था, तब तीनों की दोस्ती हो गई थी। बाद में जितेन्द्र कर्नाटक से एमबीबीएस करने चला गया। आरोपियों के पास रोहित गोरा का नीट परीक्षा का प्रवेश पत्र मिला। प्रवेश पत्र पर फोटो जितेन्द्र की लगी थी। पूछताछ में बताया कि जितेन्द्र अगले दिन रोहित की जगह परीक्षा में बैठने वाला था। पुलिस ने रोहित गोरा को भी गिरफ्तार किया है।