Mock Drill in Rajasthan: भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद राजस्थान सहित देशभर में बुधवार को मॉक ड्रिल होगी। इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। राजस्थान के 28 स्थानों पर इस मॉक ड्रिल के तहत शाम 4 बजे अलर्ट सायरन बजेंगे। वहीं देशभर के कुल 244 स्थानों पर मॉक ड्रिल होगी। राजस्थान में थल सेना, वायुसेना और अन्य सामरिक महत्व के प्रतिष्ठान हैं, ऐसे में राजस्थान को तीन श्रेणियों में बांटा गया है।
राजस्थान के सबसे संवेदनशील क्षेत्र में चित्तौड़गढ़ के रावतभाटा और कोटा को शामिल किया गया है। दरअसल रावतभाटा में न्यूक्लियर प्लांट और यूरेनियम भंडार हैं। ऐसी स्थिति में यहां खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। वहीं कोटा रावतभाटा के नजदीक है और राजस्थान के बड़े शहरों में शुमार है।
इसके साथ ही कोटा को राजस्थान की कोचिंग नगरी भी कहा जाता है। यहां देशभर से बच्चे कोचिंग के लिए आते हैं। वहीं कोटा को राज्य की औद्योगिक राजधानी के रूप में जाना जाता है, क्योंकि यहां कई प्रमुख बिजली संयंत्र और उद्योग हैं। इसलिए रावतभाटा और कोटा को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सबसे संवेदनशील क्षेत्र में शामिल किया है।
बॉर्डर इलाके शामिल
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मध्यम संवेदनशील क्षेत्र में जयपुर, अजमेर, अलवर, भरतपुर, जोधपुर, बीकानेर, सूरतगढ़, श्रीगंगानगर, जैसलमेर, उदयपुर, सीकर सहित 18 स्थानों को शामिल किया है। आपको बता दें कि जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, गंगानगर, सूरतगढ़ बॉर्डर इलाके हैं। जोधपुर, बीकानेर और सूरतगढ़ में एयरबेस है। इसके साथ ही जोधपुर शहर में बीएसएफ का मुख्यालय भी है। वहीं जयपुर राजस्थान की राजधानी है, यहां से प्रदेश की सरकार चलती है। ऐसे में इन स्थानों का महत्व बढ़ जाता है।
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इसके साथ ही उदयपुर को राजस्थान की लेक सिटी के रूप में जाना जाता है। यहां देश और दुनियाभर से पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। वहीं कम संवेदनशील क्षेत्र में कुल 8 स्थान हैं, जहां खतरा कम, लेकिन सतर्कता जरूरी मानी गई है। ये जगह फुलेरा, ब्यावर, जालौर, नागौर, पाली सहित कुल 8 स्थान हैं।
आपको बता दें कि जयपुर शहर में शाम चार बजे अलग-अलग स्थानों पर सायरन बजेंगे। शहर में जिन स्थानों पर सायरन बजाया जाएगा, उनमें राजभवन, डीएसओ ऑफिस, कलक्ट्रेट, शासन सचिवालय, बीएसएनएल ऑफिस (एमआइ रोड), गवर्नमेंट हॉस्टल, चांदपोल, शास्त्री नगर, चौगान स्टेडियम और सांगानेरी गेट शामिल हैं।
इसके अलावा जहां सायरन की व्यवस्था नहीं है, वहां मैनुअल सायरन बजाए जाएंगे। पुलिस के वाहन और एंबुलेंस के जरिए सायरन बजेंगे। शहर में सिविल डिफेंस की ओर से एक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। इसमें चीफ वार्डेन ऑफिसर कमांडिंग करेंगे।