Monsoon Rain: पूरे देश में इस साल जमकर बरसेंगे बादल, राजस्थान में 10-15 प्रतिशत अधिक बारिश का अनुमान
Monsoon Rain: मौसम विज्ञान विभाग ने इस साल राजस्थान समेत कई कृषि प्रधान प्रदेशों में औसत से अधिक वर्षा का अनुमान जताया है। इस बार जून से शुरू होकर सितंबर तक बारिश का दौर जारी रहेगा। राजस्थान के अलावा पंजाब, हरियाणा, आंध्र प्रदेश महाराष्ट्र, तमिलनाडु और केरल में जमकर बारिश होने का अनुमान है।
छत्तीसगढ़ यानी दंतेवाड़ा में हो चुकी एंट्र ( फोटो- पत्रिका)।
Monsoon Rain: जयपुर। राजस्थान में अभी प्री-मानसून की बारिश जारी है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इस बार प्रदेश में समय से पहले 20 जून के आसपास मानसून आने का अनुमान है। ऐसे में पश्चिमी विक्षोभ के तुरंत बाद मानसूनी बरसात भी शुरू हो जाएगी। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अनुमान जताया है कि इस बार भारत के अधिकांश हिस्सों में औसत से अधिक बारिश होगी।
IMD ने 27 मई को इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून के लिए अपना नया पूर्वानुमान जारी किया। मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल पूरे भारत में लंबे समय तक 106 प्रतिशत बारिश होने का अनुमान है। यानी इस मानसून में औसत से 6 फीसदी अधिक बारिश की संभावना जताई गई है। जून के महीने में ही भारत के अधिकांश इलाकों में इस साल सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान है। हालांकि उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में औसत से कम वर्षा होगी।
कृषि प्रधान प्रदेशों में जमकर होगी बारिश
मौसम विभाग की रिपोर्ट में बताया गया है कि मध्य भारत और दक्षिण भारत में सामान्य से अधिक वर्षा होगी। यही वे क्षेत्र हैं, जो कृषि उत्पादकता के लिए महत्वपूर्ण हैं। वहीं उत्तर-पश्चिम भारत में औसत बारिश होने का अनुमान है। लेकिन जो इलाके कृषि प्रधान हैं, वहां जोरदार बारिश हो सकती है। ऐसे में इस साल का मानसून पंजाब, हरियाणा, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे कृषि प्रधान प्रदेशों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
पूर्वोत्तर के राज्यों में कम बारिश
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्वोत्तर के राज्य अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में सामान्य से कम वर्षा होने की संभावना है। वहीं पूर्वोत्तर के पहाड़ी इलाकों में लगभग सामान्य वर्षा हो सकती है।
राजस्थान में कितनी होगी बारिश?
पूरे देश का पूर्वानुमान जारी करने के साथ ही मौसम विभाग ने राजस्थान के लिए अच्छी खबर दी है। IMD के मुताबिक, पश्चिमी राजस्थान के इलाकों में 115 प्रतिशत बारिश हो सकती है। यानी इन इलाकों में सामान्य से 15 फीसदी अधिक बारिश का अनुमान है। इसके अलावा पूर्वी राजस्थान में 110 प्रतिशत बारिश होने का अनुमान है। इस तरह से पूरे प्रदेश में इस साल सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान जताया गया है।