इस संबंध में सीएम भजनलाल शर्मा के साथ हुई बैठक के बाद डीजीपी यूआर साहू ने प्रदेश में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेश के नागरिकों की पहचान कर उन्हें वापस भिजवाने के लिए सभी जिला पुलिस को निर्देश दिए हैं। डीजीपी साहू ने कहा कि जिला पुलिस तय करेगी कौन बांग्लादेश का नागरिक उनके यहां आकर रह रहा है और भारतीय नागरिक होने के फर्जी दस्तावेज बना रखे हैं।
पुलिस सूत्रों की माने तो प्रदेश में हजारों की संख्या में बांग्लादेश के नागरिक रह रहे हैं। कई ने राजस्थान सहित कई अन्य राज्यों के फर्जी दस्तावेज बना लिए हैं। कई जिलों में इनकी बस्ती बस गई हैं, लेकिन स्थानीय पुलिस की लापरवाही के कारण इनकी संख्या बढ़ती गई।
बीएसएफ के जरिये भेजा जाएगा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक बांग्लादेश के नागरिकों की पहचान कर उन्हें अलवर स्थित डिटेंशन सेंटर में रखा जाएगा। इसके बाद बीएसएफ के जरिये उन्हें वापस भेजा जाएगा।
इस तरह कर सकते हैं पहचान
बांग्लादेश के संदिग्ध नागरिक ने राजस्थान या फिर अन्य राज्य के नागरिक होने के दस्तावेज बना लिए। डीजीपी साहू ने कहा कि ऐसे संदिग्ध नागरिक के पूर्वजों के दस्तावेज की जानकारी जुटाई जाए, ताकि फर्जी बनाए गए दस्तावेज से बेनकाब हो सकें। बांग्लादेश के ऐसे कई नागरिक भी हैं, जो वीजा पर यहां आए, लेकिन वीजा अवधि समाप्त हो जाने पर नहीं लौटे।