रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह रेल कोच रेस्टोरेंट्स 24 घंटे खुले रहेंगे। यात्री ही नहीं, लोग भी यहां आकर चायनीज, इटालियन, साउथ इंडियन, स्थानीय स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद ले सकेंगे। यह व्यवस्था पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर की जा रही है। ठेकेदारों को तय अवधि के लिए ये कोच लीज पर दिए जा रहे हैं और वे खुद रेस्टोरेंट तैयार कर संचालन करेंगे।
दिखेगा ट्रेन जैसा नजारा
कोच को रेस्टोरेंट में बदलने के लिए रेल परिसर में एक निश्चित स्थान पर रखा गया है। इन रेस्टोरेंट्स का इंटीरियर ट्रेन की थीम पर आधारित होगा। इसमें सीटिंग अरेंजमेंट, खिड़कियों से बाहर दिखने वाला रेलवे स्टेशन का नजारा और एक चलती ट्रेन जैसा माहौल मिलेगा। कोच पूरी तरह से वातानुकूलित होंगे। एक रेस्टोरेंट में 60 से 64 लोग बैठकर खानपान का लुत्फ उठा सकेंगे। रेलवे की बढ़ेगी आय, नया फूड स्पॉट
इन रेस्टोरेंट्स के शुरू होने से रेलवे का भी राजस्व बढ़े़गा। साथ ही यात्रियों को भी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। स्टेशन के आस-पास के क्षेत्रों के लोगों को भी खानपान का नया डेस्टिनेशन मिलेगा। इधर,गत दिनों जयपुर जंक्शन स्टेशन पर भी रेलवे चौपाटी शुरू की है। वहां भी 24 घंटे खानपान की सुविधा मिल रही है।
दौसा, रींगस स्टेशन पर खुलेंगे रेस्टोरेंट
उत्तर पश्चिम रेलवे सीपीआरओ शशिकिरण ने बताया कि अजमेर व बाड़मेर में रेल कोच रेस्टोरेंट शुरू हो चुके हैं। दुर्गापुरा व खातीपुरा में अगले महीने के अंतिम सप्ताह तक शुरू हो जाएंगे। इनका 80 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। इनके बाद दौसा और रींगस स्टेशन पर भी रेल कोच रेस्टोरेंट शुरू किए जाएंगे।