Pakistani spy: ‘प्रिया शर्मा’ बन महीनों चैटिंग की PAK जासूस, फेसबुक पर विशाल को भेजी रिक्वेस्ट, मोबाइल जांच में खुली पोल
Pakistani spy: पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में राजस्थान इंटेलिजेंस पुलिस के हत्थे चढ़े विशाल यादव को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। पाकिस्तानी जासूस युवती ने विशाल को सबसे पहले प्रिया शर्मा नाम के फेसबुक हैंडल से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी, जिसके बाद कहानी शुरू हुई और देश की सुरक्षा बेंचने तक पहुंच गई।
Pakistani spy: जयपुर। राजस्थान इंटेलिजेंस पुलिस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में विशाल यादव नाम के एक युवक को गिरफ्तार किया है, जो दिल्ली नौसेना भवन में क्लर्क के पद पर तैनात था। अब विशाल से जुड़ी कई जानकारी सामने आई है, जो हैरान कर देने वाली है। सबसे पहले पाकिस्तानी युवती ने फर्जी आइडी से खेल शुरू किया था और बाद में व्हाट्सएप नंबर भी ट्रांसफर हो गए।
दरअसल, विशाल यादव को राजस्थान इंटेलिजेंस पुलिस 25 जून को ही जयपुर लाई थी, जिसके बाद हुई पूछताछ में सबकुछ सामने आ गया। मोबाइल की जांच की गई तो उससे विशाल यादव की पूरी पोल-पट्टी खुल गई।
व्हाट्सएप के बाद टेलिग्राम पर करते थे चैटिंग
मिली जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तानी जासूस ने सबसे पहले विशाल यादव को प्रिया शर्मा के नाम के फेसबुक हैंडल से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी। यहीं पर दोनों की दोस्ती हुई है, लगातार चैटिंग होने लगी। चैटिंग इस कदर बढ़ी की दोनों ने व्हाट्सएप नंबर भी एक दूसरे को दे दिए। इसके बाद दोनों की चैटिंग व्हाट्सएप पर शुरू हुई लेकिन कुछ दिन बाद दोनों टेलिग्राम पर आ गए।
पाकिस्तानी जासूस युवती ने बता दिया था असली नाम
महीनों चैटिंग करने के बाद पाकिस्तानी जासूस ने अपना असली नाम भी बता दिया था। लेकिन तबतक विशाल यादव पैसे के लालच में फंस गया था और यह इसमें फंसता ही चला गया। अबतक की हुई पूछताछ में विशाल ने बताया है कि भारत की खुफिया जानकारी देने के लिए उसे प्रिया से पहले 5-6 हजार रुपये मिलते थे।
गिरफ्तार आरोपी विशाल यादव (फोटो-पत्रिका)
ऑपरेशन सिंदूर के समय विशाल को मिले 50 हजार रुपये
इसके बाद ऑपरेशन सिंदूर शुरू हो गया। इस दौरान खुफिया जानकारी साझा करने के बाद ‘प्रिया ने कहा था कि तुम्हारी जानकारी ‘सी’ ग्रेड की है। अच्छी खबर दोगे तो ज्यादा पैसे मिलेंगे।’ इसके बाद विशाल ने भारतीय नेवी और ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी कई खुफिया जानकारी पाकिस्तानी युवती को दे दी। इसके बदले में उसे 50 हजार रुपये मिले।
अभी तक विशाल यादव ने अपने खाते में डेढ़ से 2 लाख रुपये तक मंगा चुका है। कुछ पैसा अन्य माध्यम से भी आया है। राजस्थान के आईजी (सीआईडी) विष्णुकांत गुप्ता ने बताया कि पाकिस्तान खुफिया एजेंसियां भारत की जानकारी के लिए किसी भी हद पर जाती हैं, ऐसे में हमारी नजर हर विंदुओं पर रहती है।
हरियाणा का रहने वाले है आरोपी
उन्होंने बताया कि इस बीच खबर लगी थी कि रेवाड़ी, हरियाणा का विशाल यादव नाम का एक युवक दिल्ली स्थित नौसेना भवन में बतौर क्लर्क तैनात है और वह पाकिस्तानी महिला हैंडलकर के संपर्क में है। वह लगातार नौसेना भवन से जुड़ी सामरिक महत्व की चीजें पाकिस्तानी हैंडलर को शेयर कर रहा था।
पूछताछ के लिए लाया गया था जयपुर
इसके बाद कई टीमें एक्टिव की गईं थी, जो विशाल के सोशल मीडिया हैंडल पर नजर रख रही थी। पूछताछ के लिए विशाल को 25 जून को जयपुर लाया गया था। पूछताछ के बाद विशाल को गिरफ्तार कर लिया गया।
मोबाइल की जांच में हुआ खुलासा
आईजी ने बताया कि आरोपी विशाल के मोबाइल की फॉरेंसिक जांच कराई गई, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इसमें पाकिस्तानी युवती के साथ चैट, पैसों का लेनदेन और भी कई चीजें बाहर आई हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी इसने खुफिया जानकारी साझा की है।