अगर आवेदन प्रक्रिया इसी रफ्तार से चलती रही, तो फॉर्म जमा होने की संख्या साढ़े चार लाख के पार पहुंच सकती है। इसका मतलब यह होगा कि प्रत्येक पद के लिए करीब 210 उम्मीदवार अपनी दावेदारी पेश करेंगे। यह आंकड़ा बताता है कि पटवारी बनने की राह आसान नहीं होगी, बल्कि कड़ी मेहनत और रणनीतिक तैयारी की आवश्यकता होगी।
राजस्थान में लंबे समय के बाद पटवारी भर्ती परीक्षा का आयोजन हो रहा है, और यही वजह है कि बेरोजगार युवाओं में इसे लेकर काफी उत्साह है। इस परीक्षा के लिए परीक्षा कैलेंडर भी जारी कर दिया गया है, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि परीक्षा 11 मई 2024 को आयोजित की जाएगी।
इस भर्ती प्रक्रिया में संभावित बदलाव भी चर्चा में हैं, जिससे पदों की संख्या बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि अंतिम आंकड़ा क्या रहता है और कितने उम्मीदवार परीक्षा में अपनी किस्मत आजमाते हैं।