बता दें कि पहले माना जा रहा था कि ये किस्त जून में आ सकती है, लेकिन कुछ वजहों से ऐसा नहीं हो पाया। सरकार की इस योजना का मकसद जरूरतमंद लोगों की मदद करना है। इसके लिए एक पात्रता सूची बनाई जाती है, ताकि सही लोगों को ही इसका लाभ मिल सके। पीएम किसान योजना भी ऐसी ही एक योजना है, जो केंद्र सरकार चलाती है।
हर साल मिलते हैं 6 हजार रुपए
किसानों को हर साल 6,000 रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है। यह पैसा दो-दो हजार रुपये की तीन किस्तों में दिया जाता है। इस बार 20वीं किस्त दी जानी है। अगर आप इस योजना के लिए पात्र हैं, तो आपको भी इसका फायदा मिल सकता है। यदि आप चाहते हैं कि आपकी किस्त न रुके और समय पर आपके खाते में आए, तो ये तीन काम जरूर करवा लें।
पहला : आधार कार्ड लिंक कराएं
-आपका आधार कार्ड आपके बैंक खाते से लिंक होना जरूरी है।
-इसके लिए अपनी बैंक शाखा में जाकर आधार लिंकिंग का काम करवा सकते हैं।
दूसरा : ई-केवाईसी (e-KYC) कराएं
-पीएम किसान योजना का लाभ पाने के लिए ई-केवाईसी कराना जरूरी है।
-यह आप नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) से करवा सकते हैं।
-इसके अलावा pmkisan.gov.in वेबसाइट या पीएम किसान एप से भी ई-केवाईसी कर सकते हैं।
तीसरा : भू-सत्यापन (Land Verification) कराएं
-आपकी जमीन का सत्यापन होना जरूरी है।
-इसमें आपकी कृषि योग्य जमीन की जांच की जाती है।
-अगर यह काम नहीं करवाया तो आपकी किस्त अटक सकती है।
ऐसे करें ई-केवाईसी
-सबसे पहले pmkisan.gov.in वेबसाइट खोलें।
-होम पेज पर e-KYC के विकल्प पर क्लिक करें।
-आधार नंबर और बाकी जरूरी जानकारी भरें।
-आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर जो ओटीपी आए, उसे दर्ज करें।
-इसके बाद आपकी ई-केवाईसी पूरी हो जाएगी।
कब तक आ सकती है 20वीं किस्त?
अंदाजा है कि यह किस्त नौ जुलाई के बाद ही आएगी। वजह यह है कि पीएम नरेंद्र मोदी इस समय विदेश दौरे पर हैं। उनके लौटने के बाद ही किस्त जारी करने का कार्यक्रम हो सकता है। हालांकि, सरकार की तरफ से इसकी कोई आधिकारिक तारीख अभी तक घोषित नहीं हुई है।
राजस्थान में इतनी है किसानों की संख्या
राजस्थान में वर्तमान समय में कुल 76 लाख 26 हजार 641 किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठा रहे हैं। पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 19वीं किस्त फरवरी 2025 में जारी की गई थी। इस योजना के तहत राजस्थान के 72 लाख से अधिक किसानों के बैंक खातों में लगभग 1,400 करोड़ रुपये से अधिक की राशि ट्रांसफर की गई थी।